
नई दिल्ली। 11जून 2025, शब्दरंग समाचार:
अमरनाथ यात्रा 2025 के लिए रवाना हो रहे BSF के 1200 जवानों को जिस ट्रेन से भेजा जा रहा था, उसकी हालत बेहद जर्जर और अमानवीय थी। घटना सामने आने के बाद रेलवे ने चार अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया है।
त्रिपुरा से जम्मू तवी जा रही थी स्पेशल ट्रेन
यह स्पेशल ट्रेन 6 जून 2025 को उदयपुर रेलवे स्टेशन (त्रिपुरा) से जम्मू तवी के लिए रवाना होनी थी। BSF ने AC 2, AC 3, स्लीपर और SLR कोच की मांग की थी, लेकिन रेलवे ने बेहद पुराना और टूटा-फूटा रैक उपलब्ध कराया।
जवानों ने जताई आपत्ति, ट्रेन पर सवार होने से किया इनकार
ट्रेन की हालत देखकर जवान हैरान और आक्रोशित हो गए। खिड़कियों में छेद, दरवाजे टूटे, टॉयलेट खराब, बिजली नहीं और सीटों पर गंदगी फैली थी। यहां तक कि वैगनों में कॉकरोच और टूटी चीजें फैली थीं। जवानों ने ट्रेन में चढ़ने से इनकार कर दिया।
BSF कमांडर ने सुरक्षा कारणों से किया मना
BSF के कंपनी कमांडर ने ट्रेन का निरीक्षण कर बताया कि ट्रेन की स्थिति सुरक्षा और सुविधा के लिहाज से अनुपयुक्त थी। आंतरिक सुरक्षा ड्यूटी पर भेजे जा रहे जवानों के लिए ऐसी ट्रेन से सफर कराना जोखिम भरा हो सकता है।
चार रेलवे अधिकारी निलंबित, नई ट्रेन भेजी गई
रेल मंत्रालय ने अलीपुरद्वार मंडल के चार अधिकारियों को लापरवाही और अनदेखी के आरोप में निलंबित कर दिया। मंगलवार को एनएफआर जोन की ओर से नई ट्रेन भेजी गई। इससे अमरनाथ यात्रा के लिए BSF जवानों की तैनाती में देरी हुई।