
नई दिल्ली । 07 जुलाई 2025, शब्दरंग समाचार :
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) ने दिल्ली के झंडेवालान स्थित केशवकुंज कार्यालय में 4-6 जुलाई को आयोजित अखिल भारतीय प्रान्त प्रचारक बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं। इस बैठक में मणिपुर की स्थिति, राष्ट्र की सुरक्षा, सामाजिक समरसता और हिंदू समाज के एकीकरण जैसे मुद्दों पर गहन चर्चा हुई।
हर मंडल, हर बस्ती में होंगे हिंदू सम्मेलन
आरएसएस ने घोषणा की है कि देशभर के हर मंडल और हर बस्ती में हिंदू सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे। इन सम्मेलनों का मुख्य उद्देश्य है समाज में समरसता और एकजुटता बढ़ाना। इसके माध्यम से संघ देश के हर वर्ग तक पहुंच बनाकर सर्वसमावेशी विकास को गति देगा।
11360 से अधिक सामाजिक सद्भाव बैठकें
संघ ने समाज में सामाजिक सद्भाव को बढ़ावा देने के लिए 11360 से अधिक बैठकों के आयोजन का निर्णय लिया है। इन बैठकों में सभी समुदायों के लोगों को शामिल कर पारिवारिक और सांस्कृतिक मूल्यों को पुनः सशक्त किया जाएगा।
घर-घर संपर्क अभियान: समाज के हर वर्ग से संवाद
आरएसएस के प्रचार प्रमुख सुनील अंबेकर ने बताया कि संघ घर-घर संपर्क अभियान चलाएगा। यह अभियान देशभर के 924 जिलों में सक्रिय रूप से चलाया जाएगा, जिसमें हिंदुत्व और राष्ट्रहित से जुड़े विषयों पर चर्चा की जाएगी।
विजयादशमी पर विशेष कार्यक्रम
संघ ने घोषणा की है कि इस वर्ष विजयादशमी के अवसर पर स्वयंसेवक पारंपरिक ड्रेस कोड में कार्यक्रमों में भाग लेंगे और जनसंपर्क अभियान को गति देंगे।
पंच परिवर्तन योजना: पर्यावरण के प्रति जागरूकता
आरएसएस ने समाज को पर्यावरण के प्रति जागरूक करने के लिए पंच परिवर्तन योजना शुरू करने की बात कही है। इस योजना के अंतर्गत पर्यावरण संरक्षण, पारिवारिक मूल्यों, सामाजिक न्याय, आर्थिक स्वावलंबन और सांस्कृतिक पुनर्जागरण पर बल दिया जाएगा।
संघ शिक्षा वर्ग: युवाओं में बढ़ती भागीदारी
अप्रैल से जून 2025 के बीच आयोजित संघ शिक्षा वर्ग में भारी भागीदारी देखने को मिली:
- 17609 युवा (40 वर्ष से कम आयु)
- 4270 प्रतिभागी (40-60 वर्ष की आयु वर्ग)
- शिक्षार्थी 8812 स्थानों से आए
इनमें छात्र, किसान, श्रमिक और प्रोफेशनल्स सभी शामिल रहे।
अखिल भारतीय बैठक में हुए महत्वपूर्ण निर्णय
इस बैठक में संघ प्रमुख मोहन भागवत, सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले, सह सरकार्यवाह अरुण कुमार, और 46 प्रान्तों के प्रमुख पदाधिकारी शामिल हुए। बैठक में देश की सुरक्षा, मणिपुर के हालात, और समाजिक एकजुटता को लेकर व्यापक रणनीति तैयार की गई।