
बंगलूरू । 21 जून 2025, शब्दरंग समाचार:
गुवाहाटी से चेन्नई जा रही इंडिगो की फ्लाइट 6E-6764 को चेन्नई एयरपोर्ट पर भीड़भाड़ के कारण लैंडिंग की अनुमति नहीं मिली। लगातार एयरस्पेस में चक्कर लगाने के कारण विमान में ईंधन की कमी हो गई और पायलट को मजबूरन एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) को ‘फ्यूल मेडे’ संदेश भेजना पड़ा।
‘फ्यूल मेडे’ का मतलब क्या होता है?
‘फ्यूल मेडे’ एक आपातकालीन कॉल होती है, जो तब की जाती है जब विमान में ईंधन इस हद तक कम हो जाता है कि सुरक्षित लैंडिंग में खतरा हो सकता है। यह बेहद संवेदनशील स्थिति मानी जाती है।
कैसे लिया गया डायवर्जन का फैसला?
- फ्लाइट को चेन्नई एयरपोर्ट के रनवे के आसपास बार-बार चक्कर लगाने पड़े
- रात 8:11 बजे पायलट ने बंगलूरू ATC को फ्यूल मेडे संदेश भेजा
- रात 8:15 बजे फ्लाइट को बंगलूरू केम्पेगौड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर सुरक्षित उतारा गया
यात्रियों को सुरक्षित उतारा गया
- विमान के सुरक्षित लैंडिंग के बाद यात्रियों को नीचे उतारा गया
- यात्रियों के लिए जलपान की व्यवस्था की गई
- विमान में पुनः ईंधन भरने के बाद रात 10:24 बजे चेन्नई के लिए रवाना हुआ
- विमान सामान्य रूप से चेन्नई पहुंचा
DGCA को दी गई सूचना
पूरे घटनाक्रम की सूचना नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) और अन्य सक्षम अधिकारियों को दी गई। DGCA इस प्रकार की घटनाओं को गंभीरता से लेती है और ऑपरेशनल स्टैंडर्ड्स की समीक्षा करती है।
इंडिगो की दूसरी उड़ान में भी तकनीकी गड़बड़ी
इसी सप्ताह चेन्नई से मदुरै जा रही एक अन्य इंडिगो फ्लाइट को तकनीकी खराबी के कारण उड़ान के 30 मिनट बाद ही वापस लौटना पड़ा था। उस फ्लाइट में 68 यात्री सवार थे और सभी सुरक्षित थे।