
नई दिल्ली, शब्दरंग समाचार: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार शाम अपने सरकारी आवास 7, लोक कल्याण मार्ग पर हाल ही में विदेश से लौटे सर्वदलीय सांसदों के प्रतिनिधिमंडल के साथ एक विशेष बैठक की। यह प्रतिनिधिमंडल ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत के रुख को वैश्विक मंचों पर स्पष्ट करने के उद्देश्य से विभिन्न देशों में गया था। बैठक में प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने विदेश यात्रा के अनुभव साझा किए और प्रधानमंत्री को भारत की विदेश नीति के प्रभावों से अवगत कराया।इस महत्वपूर्ण बैठक में लगभग सभी प्रमुख दलों के प्रतिनिधि उपस्थित थे, लेकिन एआईएमआईएम प्रमुख और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी की गैरमौजूदगी ने राजनीतिक गलियारों में चर्चा छेड़ दी।
ओवैसी ने दी सफाई, बताया क्यों नहीं पहुंच सके
सवाल उठने से पहले ही असदुद्दीन ओवैसी ने खुद अपनी अनुपस्थिति की वजह साफ कर दी। समाचार एजेंसी ANI से फोन पर बातचीत में ओवैसी ने बताया, “मैं इस समय देश से बाहर हूं। मुझे एक मेडिकल इमरजेंसी के चलते अचानक दुबई जाना पड़ा। मेरे एक रिश्तेदार और बचपन के दोस्त की तबीयत गंभीर रूप से खराब हो गई, जिस कारण मैं यात्रा पर हूं। इस बारे में मैंने प्रतिनिधिमंडल के नेता बैजयंत पांडा को पूर्व सूचना दे दी थी।”
पीएम मोदी ने साझा की तस्वीर, की सांसदों की सराहना
बैठक के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर प्रतिनिधिमंडल के साथ ली गई एक फोटो साझा करते हुए लिखा: “विभिन्न देशों में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले सांसदों से मुलाकात की। शांति के प्रति भारत की प्रतिबद्धता और आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक सहयोग की आवश्यकता पर विस्तृत चर्चा हुई। जिस आत्मविश्वास के साथ उन्होंने भारत की आवाज को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पहुंचाया, वह सराहनीय है।”
क्या था ऑपरेशन सिंदूर?
गौरतलब है कि यह डेलिगेशन “ऑपरेशन सिंदूर” को लेकर भारत के दृष्टिकोण को स्पष्ट करने गया था। यह ऑपरेशन जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद अंजाम दिया गया था, जिसमें भारत ने पाकिस्तान और पीओके में मौजूद आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर जवाबी कार्रवाई की थी।
ओवैसी की अनुपस्थिति को लेकर जो अटकलें लगाई जा रही थीं, उन्होंने खुद सामने आकर उस पर विराम लगा दिया है। एक पारिवारिक आपातकाल के चलते उनकी विदेश यात्रा को गंभीरता से लिया जाना चाहिए। वहीं, प्रधानमंत्री मोदी की यह पहल और प्रतिनिधिमंडल की भूमिका, भारत की वैश्विक छवि को सशक्त करने की दिशा में एक ठोस कदम साबित हुई है।