
बेंगलुरु । 21 जून 2025, शब्दरंग समाचार:
बेंगलुरु में शनिवार को कई बाइक टैक्सी चालकों ने विधानसभा के सामने विरोध प्रदर्शन किया। उनका कहना है कि हाईकोर्ट के आदेश के बाद जो बाइक टैक्सी सेवाओं पर प्रतिबंध लगा है, वह हजारों चालकों के रोजगार को प्रभावित कर रहा है। प्रदर्शनकारियों ने सरकार से मांग की कि वह इस सेवा को फिर से शुरू करने के लिए स्पष्ट और स्थायी नियम बनाए।
पुलिस कार्रवाई: प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया
जैसे ही बाइक टैक्सी चालक विधानसभा भवन के सामने एकत्र हुए, पुलिस ने उन्हें वहां से हटाकर हिरासत में ले लिया। पुलिस के अनुसार, यह प्रदर्शन बिना अनुमति के किया गया था और सार्वजनिक व्यवस्था का उल्लंघन माना गया है। इस संबंध में आपराधिक मामला दर्ज किया गया है।
हाईकोर्ट का आदेश: नियम बनने तक सेवाएं निलंबित रहेंगी
- अप्रैल 2024 में कर्नाटक हाईकोर्ट की एकल पीठ ने बाइक टैक्सी सेवाओं पर छह हफ्तों के भीतर रोक लगाने का आदेश दिया था।
- इस आदेश को ओला, उबर और रैपिडो जैसी कंपनियों ने डिवीजन बेंच में चुनौती दी थी। लेकिन डिवीजन बेंच ने रोक लगाने से इनकार कर दिया।
- अदालत ने कहा कि जब तक राज्य सरकार मोटर वाहन अधिनियम के तहत स्पष्ट नियम नहीं बनाती , तब तक यह सेवाएं नहीं चल सकतीं।
चालकों की मांग: नीति बने, सेवाएं बहाल हों
प्रदर्शन कर रहे चालकों का कहना है कि बाइक टैक्सी सेवाएं शहर की परिवहन व्यवस्था का अहम हिस्सा हैं। इससे
- कम लागत में यात्रा सुविधा मिलती है
- हजारों लोगों को रोज़गार मिलता है
- सरकार अगर उचित नियम बना दे तो यह सेवा सभी पक्षों के लिए लाभदायक हो सकती है।