
तेहरान । 28 जून 2025, शब्दरंग समाचार:
ईरान की राजधानी तेहरान में शनिवार को इस्राइली हमलों में मारे गए शीर्ष सैन्य अधिकारियों और परमाणु वैज्ञानिकों को श्रद्धांजलि देने के लिए लाखों लोग सड़कों पर उतर आए। जनरल होसेन सलामी और मिसाइल प्रोग्राम के प्रमुख जनरल अमीर अली हाजीजादे के ताबूत जब आज़ादी स्ट्रीट से गुज़रे, तो वहां लोगों का जनसैलाब उमड़ पड़ा।
हमलों की शुरुआत और परमाणु ठिकानों पर निशाना
13 जून से शुरू हुए इस 12-दिवसीय युद्ध में इस्राइल ने दावा किया कि उसने ईरान के:
- 30 सैन्य कमांडर
- 11 परमाणु वैज्ञानिक
- 8 परमाणु ठिकानों
- 720 सैन्य ठिकानों पर हमले किए।
ईरान ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए 550 से अधिक बैलिस्टिक मिसाइलें इस्राइल पर दागीं, जिनमें कुछ मिसाइलें लक्ष्यों तक पहुंचीं और 28 इस्राइली नागरिक मारे गए।
जनाजे में कौन-कौन हुआ शामिल?
ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामनेई इस जनाजे में सार्वजनिक रूप से शामिल नहीं हुए, जो कि असामान्य माना गया। हालांकि, उपस्थित प्रमुख हस्तियों में शामिल थे:
- विदेश मंत्री अब्बास अराघची
- कुद्स फोर्स प्रमुख जनरल इस्माइल कानी
- राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जनरल अली शामखानी (जो खुद घायल हुए थे)
जनाजे में 60 लोगों को श्रद्धांजलि दी गई, जिनमें 4 महिलाएं और 4 बच्चे भी शामिल थे।
लोगों में गुस्सा और प्रतिशोध की भावना
सरकारी छुट्टी घोषित कर दी गई ताकि जनता बड़ी संख्या में शामिल हो सके। एक स्थानीय निवासी अहमद मूसा ने कहा: “यह युद्धविराम नहीं, केवल विराम है। हम इसका जवाब जरूर देंगे।”
इस बयान से स्पष्ट है कि जनता और शासन दोनों आक्रोश और प्रतिशोध की भावना से भरे हुए हैं।
परमाणु कार्यक्रम और अंतरराष्ट्रीय विवाद
ईरान का कहना है कि उसका परमाणु कार्यक्रम केवल शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए है। जबकि इस्राइल इसे अपने अस्तित्व के लिए खतरा मानता है।
हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा: “ईरान को अंतरराष्ट्रीय निरीक्षण स्वीकार करना होगा।”
इसके जवाब में ईरानी संसद ने IAEA से सहयोग निलंबित कर दिया है। हालांकि, विदेश मंत्री अराघची ने यह संकेत दिया कि सम्मानजनक संवाद की स्थिति में ईरान बातचीत को तैयार है।
रिवोल्यूशनरी गार्ड की भूमिका
ईरान की रिवोल्यूशनरी गार्ड फोर्स (IRGC) 1979 की इस्लामी क्रांति के बाद बनी थी। यह सेना:
- ईरान की रक्षा प्रणाली का अभिन्न हिस्सा है
- बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम को नियंत्रित करती है
- हाल ही में गाजा युद्ध में इस्राइल पर दो बार मिसाइल हमले किए
अन्य मृतकों में शामिल: नामी अभियोजक और नागरिक
हमले में मारे गए एक अन्य व्यक्ति अली घनातकार थे, जो कुख्यात एविन जेल के अभियोजक थे और नोबेल पुरस्कार विजेता नर्गेस मोहम्मदी जैसे असंतुष्टों के मुकदमों के लिए बदनाम थे। उन्हें कोम शहर के एक पवित्र स्थल पर दफनाया जाएगा।