
नई दिल्ली । 25 जून 2025, शब्दरंग समाचार:
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बुधवार को दिल्ली में आयोजित एक वर्कशॉप में कहा कि अब फास्टैग को केवल टोल वसूली तक सीमित नहीं रखा जाएगा। उन्होंने इसे एक “मल्टी-सर्विस डिजिटल प्लेटफॉर्म” के रूप में विकसित करने की योजना का खुलासा किया।
फास्टैग का नया रूप: केवल टोल नहीं, अब कई सेवाएं
गडकरी ने कहा कि भारत में डिजिटल ट्रैवल अनुभव को बेहतर बनाने के लिए फास्टैग तकनीक में बड़ी संभावनाएं हैं। इसके जरिए यात्री न केवल टोल भुगतान कर पाएंगे, बल्कि:
- पार्किंग शुल्क का डिजिटल भुगतान
- फ्यूल स्टेशन पर कैशलेस पेमेंट
- वाहन बीमा रिन्यूअल
- ई-चालान भुगतान
- पब्लिक ट्रांसपोर्ट इंटीग्रेशन
वर्कशॉप का उद्देश्य क्या था?
इस वर्कशॉप का आयोजन भारतीय राजमार्ग प्रबंधन कंपनी लिमिटेड (IHMCL) द्वारा किया गया था, जो नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) की सहायक संस्था है। इसका उद्देश्य था:
- फास्टैग को टोल के बाहर किन-किन क्षेत्रों में उपयोग किया जा सकता है, यह समझना
- सुरक्षा, नियम अनुपालन और ग्राहक शिकायत समाधान से जुड़े इनपुट लेना
- फिनटेक कंपनियों से तकनीकी सुझाव इकट्ठा करना
अधिकारियों ने क्या कहा?
- वी. उमाशंकर (सचिव, सड़क परिवहन मंत्रालय): “फास्टैग ने टोल वसूली की तस्वीर बदल दी है। फिनटेक कंपनियों की तकनीकी पहल अब इसे और आगे ले जा सकती है।”
- संतोष कुमार यादव (चेयरमैन, NHAI): “वर्कशॉप में आए सुझावों से फास्टैग को भारत के परिवहन ढांचे का अहम हिस्सा बनाया जा सकता है।”
फिनटेक कंपनियों की भूमिका
वर्कशॉप में देश की अग्रणी फिनटेक कंपनियों ने भाग लिया। उन्होंने फास्टैग के माध्यम से:
- बैंकिंग सर्विस इंटीग्रेशन
- मोबाइल ऐप आधारित ट्रैकिंग
- रीयल-टाइम रसीद जनरेशन
- यूजर इंटरफेस बेहतर बनाने के सुझाव दिए