
नई दिल्ली।5 जून 2025, शब्दरंग समाचार:
नेपाल सरकार ने 2025-26 के बजट में गोल्ड और गोल्ड ज्वेलरी की बिक्री पर 2% लग्ज़री टैक्स लगाने का निर्णय लिया है। इस कदम का मुख्य उद्देश्य है राजस्व में वृद्धि, लेकिन विशेषज्ञों और कारोबारियों का मानना है कि इससे सोने की तस्करी का खतरा भी तेजी से बढ़ेगा।
क्या है नया प्रावधान?
- अब नेपाल में सोने और गहनों की हर छोटी-बड़ी बिक्री पर लग्ज़री टैक्स लगेगा।
- पहले यह टैक्स केवल 10 लाख नेपाली रुपये से ऊपर की खरीद पर लागू था।
- दो प्रतिशत लग्ज़री टैक्स सीधे ग्राहक की खरीद पर जोड़ा जाएगा। तस्करी का बढ़ता खतरा
नेपाल के गोल्ड कारोबारियों और एक्सपर्ट्स का कहना है कि:
- दुबई में एक तोला (11.66 ग्राम) सोना, नेपाल से 30,000 नेपाली रुपये सस्ता है।
- इससे दुबई-नेपाल, भारत-नेपाल और चीन-नेपाल रूट पर तस्करी बढ़ने के पूरे आसार हैं।
- नेपाल के कस्टम ड्यूटी (10%) और अब लग्ज़री टैक्स मिलाकर सोने की कीमत अन्य देशों से काफी ज्यादा हो जाती है।
नेपाल में गोल्ड मार्केट पर असर
नेपाल गोल्ड एंड सिल्वर एसोसिएशन के उपाध्यक्ष धर्म सुंदर वज्राचार्य ने कहा: “हमारे संदर्भ में सोना कोई विलासिता की वस्तु नहीं है। यह सांस्कृतिक और धार्मिक दृष्टि से अहम है। यह टैक्स आम उपभोक्ता को हतोत्साहित करेगा।”
- शुक्रवार को नेपाल में सोने की कीमत 700 रुपये प्रति तोला बढ़ गई थी।
- अब कीमत 187,800 नेपाली रुपये प्रति तोला हो चुकी है। भारत और अन्य पड़ोसी देशों पर संभावित असर
- भारत और नेपाल की खुली सीमा के कारण तस्करी करना आसान है।
- भारत में सोने पर कस्टम ड्यूटी 6% है, जो नेपाल से 4% कम है।
- अगर तस्करी बढ़ती है, तो इसका असर भारतीय सीमा सुरक्षा और बाजार कीमतों पर भी पड़ सकता है।
- खाड़ी देशों खासकर दुबई से सोने की अवैध खेपें नेपाल के रास्ते भारत में घुस सकती हैं।
सरकार का लक्ष्य और संभावनाएं
- नेपाल सरकार ने इस टैक्स से 43.42 करोड़ नेपाली रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है।
- यह फैसला राजस्व बढ़ाने की रणनीति का हिस्सा है, लेकिन प्रभावी निगरानी और सीमा नियंत्रण के बिना यह उल्टा असर भी डाल सकता है।
अब तक की तस्करी की घटनाएं
- 2 साल पहले : 60 किलो सोना एयरपोर्ट पर जब्त
- 2 महीने पहले : 25 करोड़ की विदेशी मुद्रा जब्त, सोना तस्करी कनेक्शन का शक
इन आंकड़ों से जाहिर है कि तस्करी पहले से ही जारी है और नए टैक्स से यह और बढ़ सकती है।