
मॉस्को । 28 जून 2025, शब्दरंग समाचार:
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शुक्रवार को बेलारूस की राजधानी मिंस्क में पत्रकारों से बातचीत करते हुए एक बार फिर पश्चिमी देशों पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि पश्चिम देश लगातार रूस में अलगाववाद को बढ़ावा दे रहे हैं और आतंकवाद को एक रणनीतिक हथियार के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं।
आईएसआईएस की गतिविधियों पर पुतिन की तीखी प्रतिक्रिया
पुतिन ने कहा कि पश्चिम को आईएसआईएस (इस्लामिक स्टेट) की गतिविधियों की परवाह नहीं है, जब तक वह रूस के खिलाफ काम कर रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि मॉस्को में हो रहे धमाकों पर कोई वैश्विक चिंता नहीं जताई जाती, क्योंकि ये हमले रूस पर हो रहे हैं। पुतिन के अनुसार, “जब तक सब कुछ रूस के खिलाफ होता है, तब तक सब ठीक माना जाता है।”
“आतंकवाद को हथियार बना रहा पश्चिम” – पुतिन
रूसी राष्ट्रपति का यह भी कहना था कि यह कोई नई रणनीति नहीं है। उन्होंने इतिहास का हवाला देते हुए कहा कि पश्चिमी देशों ने पहले भी रूस में अलगाववाद को बढ़ावा देने के लिए आतंकवाद का सहारा लिया था। यह उनके अनुसार, एक लंबे समय से चल रही नीति का हिस्सा है जिसमें रूस की एकता और स्थिरता को कमजोर करना शामिल है।
यूक्रेन युद्ध की पृष्ठभूमि में आया बयान
यह बयान ऐसे समय आया है जब रूस और पश्चिमी देशों के बीच यूक्रेन युद्ध को लेकर तनाव लगातार बढ़ रहा है। अमेरिका और यूरोपीय देश यूक्रेन को सैन्य और आर्थिक समर्थन दे रहे हैं, जबकि रूस इसे अपनी सुरक्षा और संप्रभुता पर हमला मानता है।
पश्चिम बनाम रूस: बढ़ता भू-राजनीतिक संघर्ष
इस बयान से यह साफ जाहिर होता है कि पुतिन रूस को पश्चिमी प्रभाव से पूरी तरह बचाने के लिए आक्रामक कूटनीति अपना रहे हैं। रूस की नीति अब सीधे तौर पर पश्चिम की दोहरे मापदंडों वाली नीति को उजागर करने की ओर बढ़ रही है, जिसमें आतंकवाद के मामलों में भी भेदभाव किया जा रहा है।