
नई दिल्ली । 26 जून 2025, शब्दरंग समाचार:
दिल्ली सरकार में वरिष्ठ मंत्री प्रवेश वर्मा ने पिछली केजरीवाल सरकार पर धार्मिक आधार पर भेदभाव करने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि पिछली सरकार ने वोटबैंक की राजनीति के तहत एक खास समुदाय को ही सरकारी सुविधाएं प्राथमिकता से दीं, जबकि बहुसंख्यक समुदाय को जानबूझकर नजरअंदाज किया गया।
बल्लीमारान और नबी करीम जैसे इलाकों में हुआ पक्षपात?
प्रवेश वर्मा ने दिल्ली के बल्लीमारान और नबी करीम जैसे क्षेत्रों का दौरा कर सीवर और पानी की स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि:
- रामनगर, बगीची रघुनाथ, और भड़भूजे वाली गली में मूलभूत सुविधाएं जानबूझकर नहीं दी गईं।
- यह भेदभाव धार्मिक आधार पर किया गया, न कि किसी प्रशासनिक योजना के अंतर्गत।
- अब भाजपा की सरकार में हर वर्ग और क्षेत्र को समान रूप से सुविधाएं मिलेंगी।
पानी और सीवर कनेक्शन की होगी जांच
प्रवेश वर्मा ने कहा कि:
- दिल्ली में हर घर के पानी और सीवर कनेक्शन की वैधता की जांच की जाएगी।
- वैध कनेक्शन वालों को पूरी उचित सप्लाई दी जाएगी।
- दिल्ली के सभी क्षेत्रों में बरसात से पहले तैयारियां पूरी करने के निर्देश जारी किए गए हैं।
सरकारी सुविधाएं किसी वर्ग विशेष का अधिकार नहीं
मंत्री वर्मा ने स्पष्ट किया कि: “सरकार की सुविधाएं किसी वर्ग विशेष की संपत्ति नहीं हैं। यह हर नागरिक का अधिकार हैं।”
उन्होंने लोकतंत्र में समानता और न्याय की भावना को मजबूत करने की बात कही और कहा कि अब किसी भी क्षेत्र या समुदाय के साथ भेदभाव नहीं होने दिया जाएगा।
वोटबैंक राजनीति पर भी निशाना
प्रवेश वर्मा ने यह भी आरोप लगाया कि:
केजरीवाल सरकार ने वोटबैंक की राजनीति करते हुए बुनियादी सेवाओं जैसे:
- पानी की पाइपलाइन
- सीवरेज सिस्टम
- सड़क विकास को केवल कुछ इलाकों तक सीमित रखा।
इससे बहुसंख्यक समुदाय के इलाकों में बुनियादी विकास ठप रहा।