
बेंगलुरु। । 5 जून 2025, शब्दरंग समाचार:
चिन्नास्वामी स्टेडियम में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की आईपीएल जीत का जश्न एक भयावह हादसे में बदल गया। भारी भीड़ के कारण मची भगदड़ में 11 लोगों की मौत हो गई और 50 से अधिक लोग घायल हो गए। कर्नाटक हाईकोर्ट ने इस घटना का स्वतः संज्ञान लेते हुए मामले की सुनवाई शुरू की है।
भीड़ नियंत्रण में क्यों हुई चूक?
सरकारी रिपोर्ट के अनुसार, कार्यक्रम की नि:शुल्क प्रवेश की घोषणा के बाद करीब 2.5 लाख लोग स्टेडियम के आसपास जमा हो गए, जबकि स्टेडियम की क्षमता केवल 35,000 है।
मात्र तीन गेट रखे गए खुले
भीड़ को प्रवेश देने के लिए केवल तीन गेट ही खोले गए, जिससे लोगों को अंदर जाने के लिए धक्का-मुक्की करनी पड़ी। यह मुख्य कारण बना भगदड़ का।
किसने की फ्री एंट्री की घोषणा?
हाईकोर्ट में पेश याचिका में कहा गया है कि आईपीएल फ्रेंचाइज़ी RCB के एक प्रतिनिधि ने मुफ्त प्रवेश की घोषणा की थी। इस पर सवाल उठे कि:
- कार्यक्रम का आयोजन किसके निर्देश पर हुआ?
- क्या राज्य सरकार ने इसकी अनुमति दी थी या क्रिकेट संघ ने?
- ऐसे आयोजन में खिलाड़ियों को सम्मानित करने की जिम्मेदारी किसकी थी?
सरकार की प्रतिक्रिया और कोर्ट की सख्ती
1000 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात
कर्नाटक सरकार ने बताया कि 1000 से अधिक पुलिसकर्मी, एंबुलेंस, कमांड वैन और जल टैंकर तैनात थे, लेकिन इतनी बड़ी भीड़ को नियंत्रित करना मुश्किल हो गया।
कोर्ट ने क्या कहा ?
हाईकोर्ट ने कहा कि:
- भविष्य में इस तरह के आयोजनों के लिए स्पष्ट मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) होनी चाहिए।
- एम्बुलेंस और नजदीकी अस्पतालों की जानकारी पहले से उपलब्ध कराई जानी चाहिए।
जांच प्रक्रिया और पारदर्शिता
मजिस्ट्रेट जांच के आदेश
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने बेंगलुरु शहरी उपायुक्त के नेतृत्व में मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं, जो 15 दिनों में पूरी की जाएगी।
वीडियो गवाही और सार्वजनिक नोटिस
महाधिवक्ता ने कोर्ट को बताया कि:
- सभी गवाहियों की वीडियो रिकॉर्डिंग की जाएगी।
- लोगों से साक्ष्य और जानकारी साझा करने के लिए सार्वजनिक नोटिस जारी किया गया है।
किसे ठहराया जाएगा जिम्मेदार?
कार्यक्रम प्रबंधन एजेंसी और आयोजकों को नोटिस
सरकार ने कार्यक्रम प्रबंधन एजेंसी सहित सभी संबंधित पक्षों को नोटिस जारी किए हैं। सरकार ने भरोसा दिलाया कि किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा ।