
एंटरटेनमेंट डेस्क। 10 जून 2025, शब्दरंग समाचार:
हर साल जून में मनाया जाने वाला प्राइड मंथ, LGBTQ+ समुदाय के अधिकारों, संघर्षों और उपलब्धियों को सम्मानित करने का अवसर होता है। जहां दुनियाभर में रैलियां और कार्यक्रम आयोजित होते हैं, वहीं बॉलीवुड ने भी पर्दे पर इस समुदाय की कहानियों को उठाया है।
मनोज बाजपेयी – ‘अलीगढ़’ में संवेदनशील प्रस्तुति
2015 में रिलीज़ हुई हंसल मेहता की फिल्म ‘अलीगढ़’ में मनोज बाजपेयी ने प्रोफेसर श्रीनिवास सिरस का किरदार निभाया, जो समलैंगिक होते हैं। इस फिल्म ने ना केवल LGBTQ मुद्दों को उजागर किया, बल्कि समाज के रूढ़िवादी दृष्टिकोण पर भी सवाल उठाए।
राजकुमार राव – ‘बधाई दो’ में डबल समलैंगिक शादी
2022 की फिल्म ‘बधाई दो’ में राजकुमार राव ने एक ऐसे पुरुष की भूमिका निभाई, जिसकी शादी एक समलैंगिक महिला से होती है। यह कहानी LGBTQ+ विवाह और सामाजिक दबाव पर आधारित थी।
माधुरी दीक्षित – ‘मजा मा’ में मां का अलग रूप
माधुरी दीक्षित ने 2022 में रिलीज़ हुई ‘मजा मा’ में एक ऐसी महिला का किरदार निभाया, जो समलैंगिक होती है और वर्षों तक अपने राज को छिपाकर जीवन बिताती है। यह रोल काफी सराहनीय रहा।
शर्मिला टैगोर – ‘गुलमोहर’ में उम्रदराज समलैंगिक किरदार
2023 की फिल्म ‘गुलमोहर’ में शर्मिला टैगोर ने कुसुम बत्रा नामक विधवा का किरदार निभाया, जो फिल्म के अंत में अपने समलैंगिक होने का खुलासा करती हैं। उन्होंने स्वीकार किया कि यह किरदार उनके लिए चुनौतीपूर्ण था।
आयुष्मान खुराना – ‘शुभ मंगल ज्यादा सावधान’ में कॉमेडी के साथ गंभीर मुद्दा
2020 में आयुष्मान खुराना ने ‘शुभ मंगल ज्यादा सावधान’ में एक समलैंगिक युवक का किरदार निभाया था। इस फिल्म ने हंसी के साथ गंभीर सामाजिक संदेश दिया और LGBTQ रिश्तों को सामान्य बनाने की दिशा में अहम कदम रहा।
सोनम कपूर – ‘एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा’ में पहली LGBTQ मुख्य भूमिका
2019 में आई इस फिल्म में सोनम कपूर ने एक समलैंगिक लड़की का किरदार निभाया था। हालांकि फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कमजोर रही, लेकिन LGBTQ+ विषय पर यह एक मुख्यधारा फिल्म के रूप में चर्चित हुई।