
अहमदाबाद । 27 जून 2025, शब्दरंग समाचार:
अहमदाबाद में भगवान जगन्नाथ रथयात्रा के दौरान गुजरात पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा करने के लिए अत्याधुनिक तकनीकों का सहारा लिया है। खासतौर पर ऑपरेशन सिंदूर के तहत बंगलूरू की कंपनी AXISCADES एयरोस्पेस एंड टेक्नोलॉजीज द्वारा विकसित एंटी-ड्रोन गन का उपयोग कर ड्रोन की निगरानी और जैमिंग की जा रही है।
एंटी-ड्रोन गन क्या है और कैसे काम करती है?
एंटी-ड्रोन गन एक ऐसी तकनीक है जो आसमान में उड़ने वाले ड्रोन को डिटेक्ट (पहचान) करती है और उन्हें जैम (अवरुद्ध) कर देती है। यह तकनीक सुरक्षा एजेंसियों को अवांछित ड्रोन को रोकने और नियंत्रित करने में मदद करती है। प्रशांत शर्मा, जो इस तकनीक के ऑपरेटर हैं, बताते हैं कि यह डिटेक्शन और जैमिंग यूनिट ऑपरेशन सिंदूर में पहले ही सफलतापूर्वक इस्तेमाल की जा चुकी है।
ऑपरेशन सिंदूर और सुरक्षा का नया आयाम
गुजरात पुलिस ने इस तकनीक का इस्तेमाल भगवान जगन्नाथ रथयात्रा के दौरान सुरक्षा बढ़ाने के लिए किया है, जहां लाखों श्रद्धालु भाग लेते हैं। यह कदम खासतौर पर भगदड़ जैसी आपात स्थितियों को रोकने के लिए महत्वपूर्ण है। अहमदाबाद के सहायक पुलिस आयुक्त भरत पटेल ने बताया कि हाल के सामूहिक आयोजनों में हुई घटनाओं से सीख लेकर एआई-संचालित सॉफ्टवेयर और ड्रोन निगरानी का इस्तेमाल किया जा रहा है।
रथयात्रा में सुरक्षा व्यवस्था का विस्तार
11 जून को शुरू हुई जल यात्रा से लेकर रथयात्रा के मुख्य दिन तक गुजरात पुलिस ने सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए हैं। लगभग 14 से 15 लाख श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए ड्रोन से निगरानी, एंटी-ड्रोन गन ऑपरेशन और एआई तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस और स्थानीय प्रशासन भी सतर्कता से अपनी भूमिका निभा रहे हैं।