
नई दिल्ली। शब्दरंग समाचार: चैत्र माह की पूर्णिमा तिथि इस वर्ष एक विशेष संयोग लेकर आ रही है। 12 अप्रैल 2025, शनिवार को हनुमान जन्मोत्सव पूरे देश में धूमधाम से मनाया जाएगा। इस बार का पर्व न केवल भक्तों के लिए आस्था से जुड़ा अवसर है, बल्कि ज्योतिषीय दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
इस दिन शनिवार होने के साथ-साथ मीन राशि में पंचग्रही योग भी बन रहा है, जिसमें सूर्य, चंद्र, बुध, शुक्र और राहु एक साथ विराजमान रहेंगे। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, हनुमान जी की पूजा करने से शनि के सभी दुष्प्रभाव दूर हो जाते हैं। ऐसे में इस बार का जन्मोत्सव शनिदोष निवारण का उत्तम अवसर बन गया है।
हनुमान जन्मोत्सव पर करें ये उपाय:
1. चमेली के तेल का दीपक जलाएं:
हनुमान मंदिर में जाकर चमेली के तेल का दीपक जलाएं और हनुमान जी को गुड़ का भोग लगाएं। इसके बाद 11 बार हनुमान चालीसा का पाठ करें। यह उपाय साढ़ेसाती और ढैय्या से राहत दिलाने वाला माना गया है।
2. सिंदूर से बनाएं स्वास्तिक:
सरसों के तेल में थोड़ी सी सिंदूर मिलाएं और घर के सभी दरवाजों पर इससे स्वास्तिक का चिह्न बनाएं। यह उपाय घर में शांति और आपसी तालमेल बनाए रखने में सहायक होता है।
3. धन वृद्धि के लिए स्वास्तिक उपाय:
सफेद कागज पर स्वास्तिक बनाकर उसे तिजोरी में रखें। मान्यता है कि यह उपाय आर्थिक समस्याओं को दूर करता है और घर में लक्ष्मी का वास होता है।
4. सुन्दरकांड का पाठ:
अगर आपके कार्य बनते-बनते बिगड़ रहे हैं, तो हनुमान जन्मोत्सव के दिन सुबह स्नान कर मंदिर जाकर सुंदरकांड का पाठ करें। यह बाधाएं दूर करने वाला अचूक उपाय माना गया है।
5. राम नाम का जप:
एकांत में बैठकर श्रद्धा से कम से कम 1008 बार ‘राम’ नाम का जप करें। हनुमान जी को राम नाम अत्यंत प्रिय है और यह साधना सभी मनोकामनाएं पूरी कर सकती है।
हनुमान जन्मोत्सव केवल एक धार्मिक पर्व नहीं, बल्कि आत्मबल, शौर्य और भक्ति की प्रतीकता है। शनिवार को यह पर्व आने से इसका प्रभाव और भी अधिक फलदायी माना गया है। जो भी व्यक्ति इन सरल उपायों को श्रद्धा से करेगा, उसके जीवन में शनि के प्रभाव कम होंगे और सुख-समृद्धि का आगमन होगा।