
03 जुलाई 2025, शब्दरंग समाचार :
शुभमन गिल अब सिर्फ एक प्रतिभाशाली युवा नहीं, बल्कि भारतीय क्रिकेट के भविष्य के मजबूत कंधे बनते जा रहे हैं। एजबेस्टन टेस्ट में उनकी ऐतिहासिक डबल सेंचुरी (200+ रन) ने इतिहास रच दिया।
रिकॉर्ड्स की झड़ी: शुभमन गिल की पारी में टूटे कई बड़े रिकॉर्ड
- इंग्लैंड में डबल सेंचुरी लगाने वाले पहले भारतीय कप्तान
- एजबेस्टन में डबल सेंचुरी लगाने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज़
- गावस्कर के 221 रनों का रिकॉर्ड टूटा – इंग्लैंड में अब तक की सबसे बड़ी भारतीय टेस्ट पारी
- सबसे कम उम्र (25 साल) में इंग्लैंड में दोहरा शतक जड़ने वाले पहले भारतीय
- 6 साल बाद किसी भारतीय कप्तान की टेस्ट डबल सेंचुरी
- 25 वर्ष की उम्र तक विदेशी टेस्ट सीरीज में 300+ रन बनाने वाले पहले भारतीय कप्तान
बल्लेबाज़ी में संयम, तकनीक और नेतृत्व की झलक
गिल की पारी में सिर्फ रन नहीं थे, बल्कि एक रणनीतिक सोच, तकनीकी परिपक्वता और नेतृत्व की निपुणता भी नजर आई:
- मुश्किल हालात में विकेट पर टिकना
- शॉट सेलेक्शन में धैर्य
- स्ट्राइक रोटेशन और दूसरे छोर को स्थिरता देना
- साझेदारियों में टीम का नेतृत्व करना
साझेदारी से बदली मैच की दिशा
- करुण नायर और ऋषभ पंत के साथ की छोटी लेकिन अहम साझेदारियां
- रवींद्र जडेजा के साथ 200+ रन की मैच-चेंजिंग साझेदारी, जिसने भारत को 500+ के स्कोर तक पहुंचाया
एंडरसन-वुड को किया शांत: तकनीक और आत्मविश्वास का संगम
जेम्स एंडरसन, मार्क वुड, और ओली रॉबिन्सन जैसे गेंदबाजों ने गिल को बार-बार चकमा देने की कोशिश की, लेकिन गिल की तकनीकी निपुणता और मानसिक दृढ़ता ने उन्हें हर बार निरुत्तर कर दिया।
शुभमन गिल: टेस्ट क्रिकेट में भारत का नया कप्तानी चेहरा?
इस पारी ने साबित कर दिया कि गिल सिर्फ एक रन मशीन नहीं, बल्कि एक ऐसा लीडर है जो बल्ले से टीम को दिशा दे सकता है। विराट कोहली और रोहित शर्मा के बाद, गिल में वो सभी गुण हैं जो उन्हें अगली पीढ़ी का टेस्ट कप्तान बना सकते हैं।