महाकुंभ 2025: प्रयागराज। महाकुंभ 2025 के लिए महामंडलेश्वर नगर का निर्माण कार्य तेज़ी से शुरू हो गया है। मेला प्राधिकरण ने बुधवार को दो दिन के प्रयास के बाद साधु-संतों को जमीन आवंटित की। इसके तुरंत बाद, गुरुवार सुबह से सभी महामंडलेश्वर अपने-अपने प्लॉट पर शिविर लगाने में जुट गये।
भव्य और दिव्य महाकुंभ की तैयारी
जूना अखाड़े के संरक्षक और अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री महंत हरि गिरि ने कहा कि महाकुंभ 2025 भव्य और दिव्य स्वरूप में आयोजित होगा। उन्होंने बताया कि इस बार बड़ी संख्या में साधु-संत और श्रद्धालु मेले में शामिल होंगे। मेला प्राधिकरण सभी तैयारियों को पूरा करने में जुटा हुआ है।
महामंडलेश्वर नगर का स्वरूप
महामंडलेश्वर नगर महाकुंभ का एक प्रमुख केंद्र होगा, जहां संत समाज के लिए विशेष शिविर लगाए जा रहे हैं। हर अखाड़े को नियमानुसार जमीन आवंटित की गई है, और सभी शिविरों में साधु-संतों के ठहरने, भजन-कीर्तन और प्रवचन के लिए पर्याप्त सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं।
साधु-संतों की उपस्थिति से बढ़ेगी शोभा
महंत हरि गिरि ने बताया कि महाकुंभ न केवल आध्यात्मिकता का प्रतीक है, बल्कि यह हमारी सांस्कृतिक धरोहर का उत्सव भी है। साधु-संतों की उपस्थिति से इस बार का आयोजन और अधिक गौरवशाली होगा।
महाकुंभ की तैयारियों को रफ्तार
महाकुंभ मेले की अन्य व्यवस्थाओं पर भी तेजी से काम हो रहा है। श्रद्धालुओं की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए मेला प्राधिकरण ने आधुनिक व्यवस्थाओं को लागू करने की योजना बनाई है। महाकुंभ 2025 का महामंडलेश्वर नगर, साधु-संतों की आस्था और अध्यात्म का केंद्र बनेगा, जो इस ऐतिहासिक आयोजन की भव्यता को और बढ़ाएगा।