शब्दरंग समाचार: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण कार्य में तेजी आ गई है। शनिवार को राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने मंदिर निर्माण का निरीक्षण किया और अधिकारियों के साथ मिलकर पेंडिंग कार्यों की डेडलाइन तय की। राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अनुसार, जून 2025 तक कई प्रमुख कार्य पूरे होने की योजना है।—
निर्णय कार्यों की प्रगति
1. पुष्करी सरोवर:
संतों के मंदिरों के बीच एक खूबसूरत सरोवर बनाया जा रहा है।इसका निर्माण कार्य जून 2025 तक पूरा हो जाएगा।
2. परकोटा निर्माण:
1 किलोमीटर लंबा परकोटा तैयार किया जा रहा है, जिसमें 3 लाख घन फुट पत्थर का उपयोग होगा।यह कार्य भी जून 2025 तक पूरा होने की उम्मीद है।
3. संतों की प्रतिमाएं:
अयोध्या में स्थापित होने वाली संतों की प्रतिमाएं जयपुर में बनाई जा रही हैं।जनवरी 2025 के अंत तक इनका निरीक्षण किया जाएगा।
प्रवेश द्वार और नामकरण
मंदिर के चारों दिशाओं में प्रवेश द्वार होंगे, जिनका नाम इतिहास के प्रसिद्ध आचार्यों के नाम पर रखा जाएगा।नामों को लेकर चर्चा जारी है, जल्द ही इन्हें अंतिम रूप दिया जाएगा।
मंदिर परिसर का हरित क्षेत्र
मंदिर परिसर के 70 एकड़ क्षेत्र में से 40 एकड़ हिस्सा हरित क्षेत्र के लिए निर्धारित किया गया है।इसमें 18 एकड़ की हरितिका वीथि मार्च 2025 तक तैयार हो जाएगी।
अन्य निर्माण कार्य और डेडलाइन
1. सप्तऋषि मंदिर और तालाब:
सप्तऋषि मंदिर के पास एक खूबसूरत फूलों से भरा तालाब बनाया जाएगा।
2. सड़क निर्माण:
मंदिर परिसर के अंदर की सड़कें रामनवमी (मार्च 2025) से पहले पूरी कर ली जाएंगी।
अधिकारियों की बैठक
बैठक में निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा, एल एंड टी और टाटा कंसल्टिंग इंजीनियर्स लिमिटेड के अधिकारी और ट्रस्ट के सदस्य उपस्थित थे।सभी लंबित कार्यों की प्रगति और डेडलाइन पर विस्तार से चर्चा की गई।
राम मंदिर का निर्माण कार्य पूरी गति से चल रहा है, और निर्धारित डेडलाइन को पूरा करने के लिए ट्रस्ट और निर्माण एजेंसियां प्रतिबद्ध हैं। अयोध्या में राम मंदिर के साथ जुड़ी संरचनाएं आने वाले समय में धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन को भी बढ़ावा देंगी।