कोलकाता: भारत-बांग्लादेश सीमा पर गुरुवार रात तस्करों ने सीमा सुरक्षा बल (BSF) के जवानों पर हमला कर दिया। यह घटना पश्चिम बंगाल के नॉर्थ 24 परगना जिले के खुटादाह सीमा चौकी (बीओपी) पर हुई। बीएसएफ के जवानों ने सतर्कता और साहस का परिचय देते हुए तस्करी के प्रयास को विफल कर दिया और 10 सांड जब्त किए।
घटना का विवरण
बांग्लादेश की अस्थिरता का फायदा उठाकर तस्कर भारतीय सीमा में घुसपैठ कर रहे हैं। गुरुवार रात एक तस्कर समूह ने अंतरराष्ट्रीय सीमा पार करते हुए भारतीय सीमा में प्रवेश किया। जवानों ने उन्हें रोकने का प्रयास किया, लेकिन तस्करों ने धारदार भालों का इस्तेमाल करते हुए सीमा की बाड़ काटने की कोशिश की।बीएसएफ के जवानों ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए चेतावनी दी और एक खाली गोली चलाई। इसके बाद तस्कर अंधेरे और इलाके की जटिलताओं का लाभ उठाकर वापस बांग्लादेश भाग गए।
बरामद सामान
इलाके की तलाशी के दौरान हरियाणा मूल के आठ सांड, तीन धारदार भाले और अन्य सामग्री बरामद की गई। बीएसएफ ने बताया कि तस्करी के लिए मवेशियों का उपयोग किया जा रहा था।
बांग्लादेशी अधिकारियों पर सवाल
बीएसएफ ने बताया कि ऐसे हमलों की घटनाएं पहले भी हो चुकी हैं। बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (BGB) के साथ नियमित बैठकें होने के बावजूद बांग्लादेशी अधिकारियों द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं।
बांग्लादेश में अस्थिरता और भारत पर असर
बांग्लादेश इस समय राजनीतिक अस्थिरता और हिंसा से जूझ रहा है। अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस स्थिति को नियंत्रित करने में असफल रहे हैं। इसका सीधा असर भारत-बांग्लादेश सीमा पर देखने को मिल रहा है, जहां घुसपैठ और तस्करी की घटनाएं बढ़ रही हैं।
BSF का संदेश
बीएसएफ ने अपनी सतर्कता और कर्तव्यपरायणता से यह स्पष्ट किया है कि किसी भी तस्करी या हमले के प्रयास को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जवानों ने अपनी कार्रवाई से एक बार फिर साबित किया कि भारत की सीमाएं सुरक्षित है।