
नई दिल्ली, 19 अप्रैल 2025, शब्दरंग समाचार: अमेरिका और चीन के बीच लंबे समय से चल रहे टैरिफ युद्ध के जल्द खत्म होने की उम्मीद बन गई है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को व्हाइट हाउस में संवाददाताओं से कहा कि दोनों देशों के बीच “अच्छी बातचीत” चल रही है और टैरिफ डील अब दूर नहीं है। उन्होंने कहा कि बीजिंग से कई बार अमेरिकी पक्ष से संपर्क किया गया है और सकारात्मक संकेत मिल रहे हैं।
अगर यह टैरिफ डील होती है तो इसका असर न केवल वैश्विक व्यापार पर पड़ेगा, बल्कि सोने की कीमतों पर भी देखने को मिलेगा। व्यापार विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिका-चीन के साथ-साथ अन्य देशों के बीच भी अगर व्यापार समझौते होते हैं तो वैश्विक तनाव घटेगा, जिससे निवेशकों का रुझान शेयर मार्केट की ओर बढ़ेगा और सेफ हेवन असेट्स जैसे सोना की मांग में कमी आएगी।
सोना हो सकता है सस्ता:
सोना एक सुरक्षित निवेश विकल्प माना जाता है, लेकिन जब वैश्विक माहौल स्थिर होता है तो इसकी मांग घट जाती है। विशेषज्ञों के अनुसार, अगर अमेरिका-चीन टैरिफ डील सफल रहती है तो सोने की कीमतों में बड़ी गिरावट संभव है।
वर्तमान में सोना करीब ₹89,700 प्रति 10 ग्राम तक पहुंच चुका है। लेकिन व्यापार समझौते के बाद इसमें गिरावट आ सकती है और दाम ₹83,700 तक आ सकते हैं। यानी लगभग ₹6,000 प्रति 10 ग्राम तक सस्ता हो सकता है।

विशेषज्ञों की राय:
सर्राफा बाजार के जानकारों का कहना है कि सोने को ₹89,700, ₹86,500 और ₹83,700 के स्तरों पर मजबूत समर्थन प्राप्त है। अगर बाजार में सकारात्मक रुझान रहा और व्यापार समझौतों की पुष्टि हुई, तो सोना ₹83,700 तक नीचे आ सकता है।
हालांकि, यह गिरावट अस्थायी भी हो सकती है, क्योंकि वैश्विक अर्थव्यवस्था में अनिश्चितता बनी हुई है।
निवेशकों को सलाह:
निवेशकों को फिलहाल सोने में नई खरीदारी से पहले बाजार की दिशा स्पष्ट होने का इंतजार करने की सलाह दी गई है। ट्रेड डील की घोषणा होते ही सोने की कीमतों में तेज उतार-चढ़ाव देखा जा सकता है।
अमेरिका और चीन के बीच संभावित व्यापार समझौता न केवल वैश्विक बाजार में स्थिरता ला सकता है, बल्कि भारतीय सर्राफा बाजार में भी सोने के दाम को प्रभावित कर सकता है। आने वाले दिनों में इस दिशा में कोई भी आधिकारिक घोषणा निवेशकों के लिए निर्णायक हो सकती है।