
लखनऊ। 20 मई 2025, शब्दरंग समाचार:
उत्तर प्रदेश के परिषदीय उच्च प्राथमिक और कंपोजिट विद्यालयों में 21 मई से 10 जून तक समर कैंप आयोजित किए जाएंगे। सुबह 7 बजे से 10 बजे तक चलने वाले इस कैंप में बच्चों के सामाजिक, सांस्कृतिक और रचनात्मक विकास के लिए कार्यक्रम होंगे।
केवल कक्षा 6 से 8 तक के बच्चों को शामिल किया जाएगा
शिक्षामित्रों और अनुदेशकों की ड्यूटी अनिवार्य रूप से लगाई गई है।
नियमित शिक्षक स्वेच्छा से भाग ले सकते हैं।
बच्चों की सुरक्षा के लिए पर्याप्त गर्मी से बचाव के उपाय किए जाएंगे।
राज्य परियोजना निदेशक कंचन वर्मा ने कैंप के संचालन के लिए बीएसए को निर्देश भेजे हैं।
शिक्षामित्रों का विरोध और बहिष्कार की चेतावनी
उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के अध्यक्ष शिवकुमार शुक्ला ने समर कैंप के समय और अनिवार्यता पर सवाल उठाते हुए मांग की:
जुलाई में समर कैंप आयोजित हो, जब गर्मी कम हो।
शिक्षामित्रों की ड्यूटी स्वैच्छिक हो।
कैंप के लिए प्रधानाध्यापक की निगरानी अनिवार्य हो।
अन्यथा उन्होंने समर कैंप के बहिष्कार की चेतावनी दी है।
दंपती शिक्षक एक जिले में तबादले की मांग पर धरने पर बैठे
उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों से करीब 300 दंपती शिक्षक निदेशालय के शिविर कार्यालय पर तबादले की मांग को लेकर धरने पर बैठे। उनका कहना है कि:
वे 10 वर्षों से अलग-अलग जिलों में कार्यरत हैं।
बच्चों और बुजुर्ग माता-पिता की देखभाल में कठिनाई हो रही है।
स्कूल शिक्षा महानिदेशक कंचन वर्मा ने उन्हें 10 दिन में तबादला प्रस्ताव शासन को भेजने का आश्वासन दिया। अगर यह समयसीमा पूरी नहीं हुई, तो शिक्षक अनिश्चितकालीन धरने पर जाएंगे।
शिक्षकों की बातें
रीना वर्मा: “10 वर्षों से एक जिले में तबादले का इंतजार कर रहे हैं।”
नितिन शर्मा: “स्थानांतरण नीति में भारांक का लाभ नहीं मिल रहा।”