
लखनऊ। 21 मई 2025, शब्दरंग समाचार:
लखनऊ मेट्रो के ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर यानी चारबाग से बसंतकुंज तक के रूट को पब्लिक इन्वेस्टमेंट बोर्ड (PIB) की वित्तीय मंजूरी मिल गई है। अब केवल केंद्रीय कैबिनेट की स्वीकृति बाकी है, जिसके बाद परियोजना पर कार्य प्रारंभ हो जाएगा।
कॉरिडोर की प्रमुख विशेषताएं
*कुल लंबाई : 11.165 किमी
*निर्माण लागत : ₹5801 करोड़
*निर्माण अवधि : 4 से 5 साल
*वर्तमान रूट : अमौसी (एयरपोर्ट) से मुंशीपुलिया
*कुल लंबाई नई परियोजना के बाद : 35 किमी (वर्तमान 23 किमी + नया रूट)
भूमिगत और एलिवेटेड सेक्शन की जानकारी
* भूमिगत सेक्शन : 6.879 किमी
* एलिवेटेड सेक्शन : 4.286 किमी
* कुल स्टेशन : 12 (7 भूमिगत, 5 एलिवेटेड)
भूमिगत स्टेशन होंगे
* चारबाग
* गौतम बुद्ध मार्ग (लाटूश रोड)
* अमीनाबाद
* पांडेयगंज
* सिटी स्टेशन
* मेडिकल कॉलेज चौराहा
* चौक
एलिवेटेड स्टेशन होंगे
* ठाकुरगंज
* बालागंज
* सरफराजगंज
* मूसाबाग
* बसंतकुंज
चारबाग बनेगा इंटरचेंज स्टेशन
चारबाग स्टेशन इस कॉरिडोर का इंटरचेंज स्टेशन होगा, जहां से यात्री रूट बदलकर दूसरे हिस्सों में आसानी से यात्रा कर सकेंगे। यह स्टेशन पुराने और नए रूट को जोड़ने का काम करेगा।
परियोजना पर क्या बोले यूपी मेट्रो के एमडी?
“हमने पहले फेज की तरह इस बार भी समय से पहले काम पूरा करने का लक्ष्य तय किया है। ज़मीन पर कई ग्राउंडवर्क और टेक्निकल रिसर्च पहले ही पूरी की जा चुकी है। कैबिनेट से स्वीकृति मिलते ही निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा।”
— सुशील कुमार, प्रबंध निदेशक, यूपी मेट्रो रेल कॉरपोरेशन
किन इलाकों को मिलेगा फायदा?
यह कॉरिडोर लखनऊ के सबसे घने आबादी वाले क्षेत्रों जैसे अमीनाबाद, ठाकुरगंज, चौक और सरफराजगंज को मेट्रो से जोड़ेगा। खासकर बसंतकुंज जैसे इलाकों में अब तक कोई तेज़ और सुलभ सार्वजनिक परिवहन नहीं था, जिससे वहां की आबादी को काफी राहत मिलेगी।