
नई दिल्ली । 19 जून 2025, शब्दरंग समाचार:
12 जून 2025 को अहमदाबाद में हुए एक भीषण विमान हादसे के बाद एअर इंडिया ने एक बड़ा कदम उठाया है। 21 जून से 15 जुलाई 2025 तक, एयरलाइन 15 प्रतिशत अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में कटौती करने जा रही है। इस दौरान कुछ रूट्स पर सेवाएं पूरी तरह निलंबित रहेंगी, जबकि कई मार्गों पर उड़ानों की संख्या घटाई जाएगी।
निलंबित अंतरराष्ट्रीय मार्ग (21 जून – 15 जुलाई 2025)
- दिल्ली-नैरोबी (AI961/962) : 4 साप्ताहिक उड़ानें रद्द
- अमृतसर-लंदन गैटविक (AI169/170) : 3 साप्ताहिक उड़ानें रद्द
- गोवा (मोपा)-लंदन गैटविक (AI145/146) : 3 साप्ताहिक उड़ानें रद्द
कम की गई उड़ानों की आवृत्ति
उत्तरी अमेरिका
- दिल्ली-टोरंटो: 13 से घटाकर 7
- दिल्ली-वैंकूवर: 7 से घटाकर 5
- दिल्ली-सैन फ्रांसिस्को: 10 से घटाकर 7
- दिल्ली-शिकागो: 7 से घटाकर 3
- दिल्ली-वाशिंगटन: 5 से घटाकर 3 यूरोप
- दिल्ली-लंदन हीथ्रो: 24 से 22
- बंगलूरू-लंदन हीथ्रो: 7 से 6
- अमृतसर/दिल्ली-बर्मिंघम: 3 से 2
- दिल्ली-पेरिस: 14 से 12
- दिल्ली-मिलान: 7 से 4
- दिल्ली-कोपेनहेगन: 5 से 3
- दिल्ली-वियना: 4 से 3
- दिल्ली-एम्सटर्डम: 7 से 5
ऑस्ट्रेलिया और सुदूर पूर्व
- दिल्ली-मेलबर्न/सिडनी: 7 से 5
- दिल्ली-टोक्यो: 7 से 6
- दिल्ली-सियोल:
- 21 जून–5 जुलाई: सप्ताह में 3 बार
- 6 जुलाई–15 जुलाई: सप्ताह में 4 बार
यह फैसला क्यों लिया गया?
- सुरक्षा जांच में वृद्धि
हादसे के बाद एयरलाइंस द्वारा विमानों की अतिरिक्त और गहन सुरक्षा जांच की जा रही है, जिससे उड़ानों में देरी और कटौती हो रही है।
- पश्चिम एशिया में एयरस्पेस की बंदी
कुछ एयरस्पेस के अस्थायी रूप से बंद होने से विमानों को लंबा रूट लेना पड़ रहा है, जिससे संचालन पर असर पड़ा है।
एअर इंडिया का बयान और यात्रियों के लिए सलाह
“हम यात्रियों से क्षमा चाहते हैं और उन्हें वैकल्पिक उड़ानों, फ्री रीसिड्यूलिंग और फुल रिफंड की सुविधा प्रदान कर रहे हैं।” – एअर इंडिया
- ईमेल/एसएमएस द्वारा यात्रियों को सूचित किया जा रहा है
- वेबसाइट और कस्टमर केयर पर भी अपडेट उपलब्ध
- यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे अपनी ट्रैवल डेट से पहले कन्फर्मेशन प्राप्त कर लें
एक और उड़ान में तकनीकी खराबी: दिल्ली-वियतनाम सेवा प्रभावित
19 जून को दिल्ली से हो ची मिन्ह जा रही AI388 उड़ान तकनीकी खराबी के चलते वापस लौटी। विमान में 130+ यात्री सवार थे। सभी यात्रियों को सुरक्षित उतारा गया और वैकल्पिक उड़ान की व्यवस्था की गई।