
नई दिल्ली । 24 जून 2025, शब्दरंग समाचार:
ईरान और इजराइल के बीच लगातार बढ़ते युद्ध के हालात के बीच भारत सरकार ने ‘ऑपरेशन सिंधु’ के तहत अपने नागरिकों की वतन वापसी शुरू की है। मंगलवार को इजराइल से 549 भारतीय नागरिकों को वायुसेना के तीन विमानों के ज़रिए सुरक्षित भारत लाया गया। इस मिशन का उद्देश्य युद्धग्रस्त क्षेत्रों में फंसे भारतीयों की सुरक्षित घर वापसी सुनिश्चित करना है।
कैसे चला ऑपरेशन सिंधु?
ऑपरेशन की शुरुआत:
- 23 जून 2025 को ‘ऑपरेशन सिंधु’ के इजराइल चरण की शुरुआत हुई।
- पहले चरण में जॉर्डन से 161 नागरिकों को लाया गया।
- इसके बाद इजराइल से 165 भारतीय, फिर 268 और नागरिक वायुसेना के C-17 विमानों द्वारा भारत लाए गए।
ईरान से भी निकाले गए भारतीय:
- इससे पहले मशहद (ईरान) से विशेष विमान द्वारा 292 नागरिकों को नई दिल्ली लाया गया था।
- अब तक 2295 से अधिक भारतीय नागरिकों को ईरान से सुरक्षित निकाला जा चुका है।
विदेश मंत्रालय का बयान
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने जानकारी दी कि सरकार की प्राथमिकता हमेशा विदेशों में फंसे नागरिकों की सुरक्षा रही है। उन्होंने ट्विटर पर जानकारी साझा की कि ऑपरेशन सिंधु का यह चरण पूरी तरह संगठित और सफल रहा।
एयरपोर्ट पर हुआ स्वागत
नई दिल्ली पहुंचने पर भारतीय नागरिकों का स्वागत केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री पाबित्रा मार्गेरीटा और केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. एल मुरुगन ने किया। मंत्रीद्वय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार हर हाल में अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।
जिंदा यादें: विस्फोट, मिसाइल और डर
इजराइल से लौटे बुजुर्ग दंपति त्रियंबक कोली और उनकी पत्नी ने बताया: “हमने आसमान में मिसाइलें देखीं, जो हमारे सिर के ऊपर से गुजरीं। हमें दिन-रात धमाकों की आवाज सुनाई देती थी। हम डरे हुए थे।”
उनकी कहानी इस बात का प्रतीक है कि कैसे संकट के समय में भारतीय सरकार ने त्वरित कार्रवाई की।
भारतीय नागरिकों का आभार
वतन लौटे कई नागरिकों ने भारत सरकार, विदेश मंत्रालय, भारतीय वायुसेना और दूतावास का आभार जताया। एक यात्री ने कहा: “भारतीय दूतावास ने हमें हिम्मत दी और सरकार ने हमें सुरक्षित घर पहुंचाया।”