
लखनऊ । 08 जुलाई 2025, शब्दरंग समाचार :
समाजवादी पार्टी अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने वृंदावन कॉरिडोर परियोजना को लेकर भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह कॉरिडोर आस्था के नाम पर “जमीन कब्जाने और अपने लोगों को लाभ पहुंचाने की योजना” है।
विरासत और संस्कृति पर हमला: अखिलेश यादव
अखिलेश यादव ने कहा: “वृंदावन की कुंज गलियां आस्था और संस्कृति का प्रतीक हैं। यहां आने वाला हर भक्त इन गलियों में राधा-कृष्ण की लीला खोजता है। लेकिन भाजपा सरकार इन्हें तोड़कर आधुनिक कॉरिडोर बना रही है, जो हमारी विरासत के साथ अन्याय है।”
उन्होंने यह भी जोड़ा कि यदि भीड़ नियंत्रण ही एकमात्र लक्ष्य है, तो फिर कुंभ जैसे आयोजनों में भगदड़ क्यों होती है, जहां खुले मैदान में आयोजन होता है?
अयोध्या और वाराणसी का हवाला: “वही खेल वृंदावन में”
सपा प्रमुख ने भाजपा पर यह भी आरोप लगाया कि जिस तरह से अयोध्या में जमीन घोटाले हुए और वाराणसी में सैकड़ों मंदिर तोड़े गए, वही वृंदावन में भी दोहराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह सब धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ और आर्थिक स्वार्थ का मामला है।
सरकार बदली तो होगी जांच: सपा
अखिलेश ने स्पष्ट किया कि सपा सरकार बनने पर वृंदावन कॉरिडोर समेत सभी भूमि अधिग्रहण और मुआवजा मामलों की जांच कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के कार्यकाल में धार्मिक ट्रस्टों की संपत्ति पर भी अवैध कब्जे हुए हैं, जो गंभीर मुद्दा है।
कांवड़ यात्रा पर सवाल: एक हजार करोड़ का खर्च, फिर भी नहीं बना कॉरिडोर
अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर भी निशाना साधते हुए कहा कि: “कांवड़ यात्रा पर सरकार ने हजारों करोड़ खर्च किए, फिर भी कोई स्थायी कांवड़ कॉरिडोर नहीं बना। हमारी सरकार बनेगी तो हम कांवड़ियों के लिए एक भव्य कॉरिडोर बनाएंगे।”
विरासत का संरक्षण बनाम विकास का दिखावा
अखिलेश यादव ने कहा कि दुनिया के कई देशों ने अपनी सांस्कृतिक विरासत को बचाते हुए विकास किया है। उन्होंने भाजपा सरकार से सवाल पूछा कि क्यों नहीं ऐसे मॉडल से प्रेरणा ली जा रही, और क्यों हर धार्मिक नगरी को कंक्रीट कॉरिडोर में बदलने की कोशिश हो रही है?