बिहार विधानसभा में नीतीश-तेजस्वी की तीखी नोकझोंक, CM बोले – ‘पटना में कोई शाम को निकलता था…?’

पटना, 23 जुलाई 2025 : बिहार विधानसभा का मानसून सत्र इस बार भी हंगामेदार रहा। सत्र के तीसरे दिन बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के बीच तीखी बहस हुई। विपक्ष ने वोटर लिस्ट रिविजन (SIR) और कानून व्यवस्था को लेकर सरकार को घेरा, वहीं सीएम नीतीश ने तेजस्वी को उनके पिता लालू प्रसाद यादव के शासनकाल की याद दिलाते हुए करारा जवाब दिया।

क्या है विवाद की जड़?

नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने वोटर लिस्ट रिविजन की प्रक्रिया को लेकर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि यह प्रक्रिया पारदर्शी नहीं है और गरीबों के खिलाफ है। तेजस्वी ने कहा, “11 तरह के दस्तावेज मांगे जा रहे हैं, जो आम गरीब आदमी के पास नहीं होते। सुप्रीम कोर्ट की सलाह के बावजूद आधार कार्ड को नहीं जोड़ा गया। चुनाव आयोग का काम निष्पक्ष चुनाव कराना है, नागरिकता तय करना नहीं।

नीतीश का पलटवार: ‘शाम को कोई निकलता था?’

तेजस्वी के आरोपों पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पुराना हिसाब खोलते हुए कहा, “तुम्हारे पिताजी और माताजी के शासन में क्या हाल था, सबको याद है। तब पटना में शाम को कोई निकलने की हिम्मत नहीं करता था। आज 20 साल बाद हालत पूरी तरह बदले हैं। हमने महिलाओं के लिए काम किया, कानून-व्यवस्था सुधारी।”

नीतीश ने यह भी कहा कि अब चुनाव सिर पर हैं और जनता तय करेगी कि क्या करना है। उन्होंने इशारा किया कि विपक्ष केवल भ्रम फैलाने का काम कर रहा है।

स्पीकर की सख्ती और सदन स्थगित

तेजस्वी के समर्थन में बोल रहे राजद विधायक भाई वीरेंद्र की टिप्पणी पर विधानसभा अध्यक्ष (स्पीकर) नाराज हो गए। उन्होंने नेता प्रतिपक्ष से अपील की कि वह अपने विधायक को खेद प्रकट करने को कहें। तेजस्वी ने इस पर कहा, “अगर हमारे किसी सदस्य की बात से ठेस लगी है तो दुख मत मानिए, ऐसी कोई बात नहीं थी।” इसके बाद स्पीकर ने दोपहर 2 बजे तक के लिए सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी।

विजय सिन्हा का हस्तक्षेप

डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने भी बहस के दौरान बीच में हस्तक्षेप किया और तेजस्वी पर जनता को भ्रमित करने का आरोप लगाया। स्पीकर ने इस पर भी नाराजगी जताते हुए कहा, “निर्णय हम करेंगे कि आप करेंगे?”

बिहार विधानसभा का यह मानसून सत्र भी तीखी बहसों, कटाक्षों और राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोपों से भरा रहा। जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं, सदन की बहसें अब सियासी रैलियों जैसी होती जा रही हैं – और जनता इसकी गूंज अपने-अपने इलाकों में महसूस कर रही है।

Nitish Kumar
Nitish Kumar

Related Posts

अरविंद केजरीवाल ने ट्रंप को कहा ‘कायर’, मोदी सरकार पर अमेरिकी दबाव में झुकने का आरोप

नई दिल्ली। शब्दरंग समाचार 28 अगस्त 2025: आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को ‘कायर’ करार देते…

मुझे जान का खतरा है’, कोर्ट में राहुल गांधी ने की सुरक्षा देने की अपील – जानें पूरा मामला

पुणे, शब्दरंग समाचार: कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने बुधवार (13 अगस्त) को पुणे की एमपी-एमएलए कोर्ट में सुरक्षा देने की अपील की। उन्होंने कहा…

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *