
नई दिल्ली, 25 जुलाई 2025: भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि हौसले के आगे कोई भी बाधा टिक नहीं सकती। भयंकर कार दुर्घटना से उबरने के बाद उन्होंने जबरदस्त अंदाज़ में क्रिकेट के मैदान पर वापसी की थी, और अब एक बार फिर गंभीर पैर की चोट के बावजूद इंग्लैंड के खिलाफ मैदान में उतरकर उन्होंने अपनी जुझारू भावना से सबको चौंका दिया। इंग्लैंड के खिलाफ चल रही पांच टेस्ट मैचों की सीरीज़ के चौथे टेस्ट में भारत “करो या मरो” की स्थिति में था। इसी मुकाबले की पहली पारी में पंत को क्रिस वोक्स की एक तेज़ गेंद उनके पैर के अंगूठे पर लगी, जिससे उनकी हड्डी टूट गई। दर्द इतना भयानक था कि उन्हें एम्बुलेंस से बाहर ले जाया गया, और बीसीसीआई ने बयान जारी कर कहा कि वह छह हफ्ते तक मैदान से दूर रहेंगे।लेकिन भारतीय टीम को संकट में देखकर पंत ने वो किया जिसकी कल्पना भी मुश्किल थी — लंगड़ाते हुए मैदान पर उतरे और शानदार बल्लेबाज़ी करते हुए अर्धशतक जड़ा।
क्रिकेट दिग्गजों ने की तारीफ़
पंत की इस जुझारू पारी को देखकर पूरे क्रिकेट जगत ने उन्हें सलाम किया। सचिन तेंदुलकर ने X (पूर्व ट्विटर) पर लिखा:, “मजबूती का मतलब है दर्द के बावजूद खेलना और उससे ऊपर उठना। ऋषभ पंत ने चोट के साथ वापस मैदान में आकर और ऐसा प्रदर्शन करके जबरदस्त कैरेक्टर दिखाया। उनका अर्धशतक इस बात का उदाहरण है कि अपने देश का प्रतिनिधित्व करने के लिए कितनी हिम्मत और दृढ़ संकल्प की जरूरत होती है। यह एक बहादुरी भरा प्रयास था, जिसे लंबे समय तक याद रखा जाएगा। बहुत बढ़िया खेला, ऋषभ!””जिसे मौत छूकर निकल गई, उसका चोट क्या बिगाड़ेगी”
ऋषभ पंत की ये पारी सिर्फ रन नहीं थी, यह हिम्मत, जुनून और देशभक्ति की गाथा थी। एक खिलाड़ी जो कभी चल भी नहीं पा रहा था, आज टूटे पैर के साथ बल्ला थामे विरोधियों को जवाब दे रहा था।यह पारी सिर्फ एक खेल नहीं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा की कहानी बन गई है। मैदान पर उनकी वापसी और चोट के बावजूद उनका संघर्ष इस बात का प्रमाण है कि सच्चे हीरो मैदान में ही नहीं, आत्मा से भी लड़ते हैं।