
दिल्ली 8 अगस्त 2025, शब्दरंग समाचार: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर चुनाव आयोग पर सीधा हमला बोला है, इस बार बिहार में चल रहे विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) को ‘संस्थागत चोरी’ करार देते हुए। राहुल ने आरोप लगाया कि यह कदम गरीबों के वोटिंग अधिकार छीनने की साजिश है और इसे अंजाम देने के लिए चुनाव आयोग और भाजपा के बीच ‘खुलेआम मिलीभगत’ हो रही है।राहुल गांधी ने अपने यूट्यूब चैनल पर जारी एक वीडियो में दावा किया कि बिहार में SIR इसलिए लागू किया गया है क्योंकि कांग्रेस ने चुनाव आयोग की ‘चोरी’ पकड़ ली है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा और चुनाव आयोग मिलकर वोटों की हेराफेरी के जरिए चुनाव नतीजों को प्रभावित कर रहे हैं।यह हमला उस प्रेस कॉन्फ्रेंस के अगले दिन आया है, जिसमें राहुल ने देशभर के कई निर्वाचन क्षेत्रों में अपनाए जा रहे कथित ‘वोट चोरी मॉडल’ का खुलासा करने का दावा किया था।
राहुल के मुताबिक, 2024 लोकसभा चुनाव के दौरान कर्नाटक की बैंगलोर सेंट्रल लोकसभा सीट के महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र में पाँच तरह की हेराफेरी के जरिए 1,00,250 वोट ‘चुराए’ गए।
राहुल के अनुसार, महादेवपुरा क्षेत्र में हुई इस कथित हेराफेरी में शामिल हैं —
11,965 डुप्लीकेट मतदाता
40,009 फर्जी और अमान्य पते वाले मतदाता
10,452 बल्क मतदाता (एक ही पते पर पंजीकृत)
4,132 अवैध फोटो वाले मतदाता
33,692 फॉर्म-6 का दुरुपयोग कर जोड़े गए मतदाता
राहुल गांधी का कहना है कि देश में ऐसी 100 से अधिक सीटों पर इसी तरह की हेराफेरी हुई। उनका दावा है कि अगर भाजपा की 10-15 सीटें कम हो जातीं, तो नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री नहीं बन पाते और देश में इंडी गठबंधन की सरकार बनती।राहुल के इन आरोपों से विपक्ष में राजनीतिक तापमान और बढ़ गया है, जबकि चुनाव आयोग की भूमिका को लेकर बहस और तेज हो गई है।