नई दिल्ली/इस्लामाबाद, 8 मई 2025, शब्दरंग समाचार: जम्मू-कश्मीर में भारतीय सेना द्वारा चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर में कई पाकिस्तानी आतंकियों के मारे जाने के बाद पाकिस्तान में उनके जनाजों का आयोजन किया गया, जिसमें खुद पाकिस्तानी सेना के अधिकारी और जवान शामिल हुए।
भारतीय सेना ने हाल ही में ऑपरेशन सिंदूर के तहत सीमा पार से घुसपैठ करने आए आतंकियों को मार गिराया। ये आतंकी भारतीय ठिकानों पर हमला करने की साजिश में जुटे थे, लेकिन भारतीय सुरक्षा बलों की कड़ी जवाबी कार्रवाई में ढेर हो गए। इस बड़ी कार्रवाई को भारतीय सेना की महत्वपूर्ण सफलता माना जा रहा है।
दूसरी ओर, पाकिस्तान में इन आतंकियों को “शहीद” बताते हुए उनके जनाजे निकाले गए, जिनमें पाकिस्तानी सेना के अधिकारी भी देखे गए। सेना के शामिल होने से यह साफ हो गया कि जिन आतंकियों को पाकिस्तान अब तक “गैर-राज्य तत्व” बताता रहा, असल में उन्हें सैन्य संरक्षण प्राप्त था।
भारत ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी है और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान की सेना और आतंकवाद के रिश्तों को उजागर करने की तैयारी शुरू कर दी है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस घटना ने पाकिस्तान के दोहरे चेहरे को फिर बेनकाब कर दिया है — एक ओर वह दुनिया के सामने खुद को आतंकवाद का शिकार बताता है, और दूसरी ओर मारे गए आतंकियों के लिए खुद उसकी सेना मातम मनाती है।
भारत की सुरक्षा एजेंसियां अब ऑपरेशन सिंदूर को और आगे बढ़ाकर सीमा पार आतंकी ठिकानों पर दबाव बढ़ाने की रणनीति बना रही हैं। यह घटनाक्रम भारत-पाकिस्तान संबंधों में नया तनाव पैदा कर सकता है।