अलीगढ़ (Shabddrang Samachar) : उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले में तैनात अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश अनिल कुमार सिंह पर 29 अक्टूबर को जानलेवा हमला हुआ। हमले के बाद उन्हें अपनी सुरक्षा के लिए पुलिस चौकी में शरण लेनी पड़ी। न्यायाधीश अनिल कुमार ने आरोप लगाया कि इस हमले के पीछे कुख्यात अपराधी सुंदर भाटी और उसके गिरोह का हाथ है।
अनिल कुमार ने बताया कि 2015-2016 में उन्होंने सुंदर भाटी और उसके गिरोह के 11 सदस्यों को सजा सुनाई थी। इसी का बदला लेने के इरादे से उन पर हमला किया गया। सुंदर भाटी पर 40 से अधिक गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं, जो उसकी आपराधिक प्रवृत्ति को दर्शाते हैं।
हालांकि, इस हमले के बाद प्राथमिकी दर्ज कराने में देरी हुई, जिससे लोग सवाल उठा रहे हैं। अनिल कुमार का कहना है कि घटना के बाद वे डरे हुए थे, जिस कारण समय पर एफआईआर दर्ज नहीं करा पाए। अंततः 9 नवंबर को उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
यह घटना न्यायिक अधिकारियों की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर प्रश्न उठाती है। पुलिस मामले की तहकीकात में जुट गई है और न्यायाधीश की सुरक्षा को लेकर भी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
सुंदर भाटी एक गम्भीर गिरोह है उसके ऊपर 40 से भी अधिक अपराधिक मामले दर्ज हैं