शब्दरंग समाचार: बिहार में BPSC (बिहार लोक सेवा आयोग) परीक्षा को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। सांसद पप्पू यादव के समर्थकों ने परीक्षा रद्द करने और दोबारा कराने की मांग करते हुए व्यापक प्रदर्शन शुरू कर दिया है। प्रदर्शनकारियों ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में ट्रेनों को रोका और हाईवे पर जाम लगा दिया, जिससे आमजन जीवन प्रभावित हुआ है।
प्रदर्शन की मुख्य मांगें
1. BPSC परीक्षा रद्द: प्रदर्शनकारी आरोप लगा रहे हैं कि परीक्षा में गड़बड़ियां और पेपर लीक जैसी घटनाएं हुई हैं।
2. छात्रों का भविष्य: छात्रों का कहना है कि सरकार ने उनके भविष्य को दांव पर लगा दिया है।
3. सिस्टम में सुधार: प्रदर्शनकारियों ने परीक्षा प्रणाली में पारदर्शिता और सुधार की मांग की है।
पप्पू यादव का बयान
पप्पू यादव ने कहा, “यह लड़ाई केवल BPSC की नहीं है, बल्कि 13 करोड़ बच्चों के भविष्य की लड़ाई है। राजनेता, कोचिंग माफिया और अधिकारी छात्रों का जीवन बर्बाद कर रहे हैं।”
उन्होंने यह भी कहा कि प्रदर्शन तब तक जारी रहेगा जब तक सरकार समाधान नहीं निकालती।
गांधी मैदान में धरना
पटना के गांधी मैदान में जन सुराज के प्रमुख प्रशांत किशोर 17 दिनों से छात्रों के समर्थन में धरना दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि बिहार सरकार के पास छात्रों की समस्याओं का कोई जवाब नहीं है।
प्रशांत किशोर का बयान: “सरकार केवल सत्ता में रहने की चिंता करती है। उन्हें छात्रों की परवाह नहीं है। हम तब तक अनशन जारी रखेंगे जब तक सरकार कार्रवाई नहीं करती।”
आमजनजीवन पर असर
रेल यातायात ठप: कई ट्रेनों को प्रदर्शनकारियों ने विभिन्न स्टेशनों पर रोक दिया, जिससे यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़ा।
हाईवे जाम: सड़कों पर भी प्रदर्शनकारियों ने चक्का जाम किया, जिससे वाहनों की लंबी कतारें लग गईं।सरकार की प्रतिक्रियाअब तक बिहार सरकार की ओर से इस मामले में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। हालांकि, प्रदर्शन के चलते राज्य प्रशासन को अलर्ट पर रखा गया है।
BPSC परीक्षा को लेकर छात्रों और प्रदर्शनकारियों की नाराजगी सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती बन गई है। जहां एक ओर पप्पू यादव और प्रशांत किशोर जैसे नेता आंदोलन को समर्थन दे रहे हैं, वहीं सरकार पर दबाव बढ़ रहा है कि वह छात्रों की मांगों को गंभीरता से ले। आने वाले दिनों में यह मुद्दा और बड़ा रूप ले सकता है।