शब्दरंग संवाददाता: दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में वायु गुणवत्ता का स्तर बेहद खराब हो चुका है। बुधवार को पूरे क्षेत्र में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 400 के पार दर्ज किया गया, जो खतरनाक श्रेणी में आता है। इस बढ़ते प्रदूषण ने जनजीवन को प्रभावित कर दिया है। लोगों को सांस लेने में तकलीफ, गले में खराश और आंखों में जलन जैसी समस्याएं हो रही हैं।
ग्रैप-3 और 4 के तहत सख्त पाबंदियां लागू
बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए सरकार ने ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) के चरण 3 और 4 की पाबंदियां लागू कर दी हैं।
इनमें शामिल हैं:
1. निर्माण और तोड़फोड़ की गतिविधियों पर रोक।
2. कोयला और लकड़ी जलाने पर प्रतिबंध।
3. आवश्यक सेवाओं को छोड़कर डीजल वाहनों का संचालन बंद।
4. उद्योगों में प्रदूषणकारी ईंधन के उपयोग पर पाबंदी।
कोहरे के लिए येलो अलर्ट जारी
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने अगले तीन दिनों के लिए दिल्ली और आसपास के इलाकों में कोहरे का येलो अलर्ट जारी किया है। कोहरे और प्रदूषण के मेल से हालात और खराब होने की संभावना है।
स्वास्थ्य पर बढ़ता प्रभाव
वायु प्रदूषण के खतरनाक स्तर से निम्नलिखित स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ रही हैं:
- सांस लेने में दिक्कत और अस्थमा के मरीजों की परेशानी।
- बच्चों और बुजुर्गों को गंभीर समस्याएं।
- आंखों में जलन और गले में खराश।
सरकार और जनता के लिए सुझाव
1. मास्क पहनें: एन95 मास्क का उपयोग करें।
2. बाहर निकलने से बचें: विशेष रूप से सुबह और शाम के समय।
3. हवा शुद्ध करने वाले उपकरण का घरों में इस्तेमाल।
4. प्रदूषण कम करने के लिए सार्वजनिक परिवहन का उपयोग।
स्थिति पर नजर
प्रदूषण का यह खतरनाक स्तर सर्दियों में हवा की धीमी गति और पराली जलाने की घटनाओं के कारण बढ़ रहा है। सरकार ने इस पर काबू पाने के लिए कदम उठाए हैं, लेकिन समस्या का स्थायी समाधान अभी भी एक चुनौती बनी हुई है।