
नई दिल्ली । 03 जुलाई 2025, शब्दरंग समाचार :
पश्चिम बंगाल में एक शातिर ठग एस.के. जिन्नार अली को ईडी ने गिरफ्तार किया है, जो खुद को प्रवर्तन निदेशालय (ED) का अधिकारी बताकर व्यापारियों से वसूली करता था। PMMLA एक्ट, 2002 के तहत कोलकाता और बर्धमान में छापेमारी के बाद उसकी गिरफ्तारी हुई।
फर्जी दस्तावेज और गृह मंत्रालय का लेटरहेड जब्त
तलाशी अभियान के दौरान आरोपी के पास से जो दस्तावेज मिले, वे चौंकाने वाले हैं:
- गृह मंत्रालय का फर्जी लेटरहेड
- ED और अन्य विभागों के फर्जी पत्र
- जाली सरकारी मुहरें और हस्ताक्षर
- भारत सरकार के नाम पर बनी फर्जी डोरी
इन सभी दस्तावेजों से वह वैधता का भ्रम पैदा करता था।
फॉर्च्यूनर में आते थे ‘ईडी अधिकारी’, देते थे गिरफ्तारी की धमकी
जिन्नार अली व्यापारियों को डराने के लिए टोयोटा फॉर्च्यूनर जैसी लग्ज़री गाड़ियों में आता था जिन पर ED का फर्जी लोगो लगा होता था। वह:
- छापेमारी और संपत्ति जब्त करने की धमकी देता
- एक व्यापारी से ₹1.30 करोड़ नकद की मांग की
- ₹20 लाख बैंक ट्रांसफर करवा लिए
संगठन और वेबसाइट भी फर्जी, जनता को भ्रमित करने की साजिश
जांच में खुलासा हुआ कि:
- वह खुद को “नेशनल एंटी-ट्रैफिकिंग कमेटी” का अध्यक्ष बताता था
- वेबसाइट को सरकारी डोमेन जैसा दिखाया गया
- दावा करता था कि संगठन 1962 से कार्यरत है और नीति आयोग के तहत पंजीकृत है
यह सब धोखाधड़ी का जाल फैलाने की रणनीति थी।
एफआईआर और संपत्ति जब्ती
- जिन्नार अली और उसकी पत्नी के नाम की दो गाड़ियां – होंडा अमेज और हुंडई ऑरा जब्त
- कंपनी स्पार्कलिंक मैनेजमेंट सर्विस प्रा. लि. के खातों से ₹45.89 लाख की राशि फ्रीज
- बिधाननगर साउथ पुलिस स्टेशन में दर्ज एफआईआर के आधार पर कार्रवाई
ईडी की चेतावनी: सतर्क रहें, समन को वेबसाइट पर सत्यापित करें
ईडी ने आम जनता को सलाह दी है कि:
- कोई भी सरकारी अधिकारी या एजेंसी बिना वैध नोटिस के वसूली नहीं कर सकती
- ED द्वारा जारी समन को हमेशा ED की आधिकारिक वेबसाइट (https://enforcementdirectorate.gov.in) पर चेक करें
- फर्जी अधिकारियों से सावधान रहें और ऐसी घटनाओं की तुरंत रिपोर्ट करें