लखनऊ। शब्दरंग समाचार: उत्तर प्रदेश के संस्कृति विभाग में घोटाले और धमकी का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। एसटीएफ ने इवेंट मैनेजर नील विजय सिंह को गिरफ्तार किया है, जिस पर कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के नाम पर कलाकारों को धमकाकर वसूली करने का आरोप है। इस पूरे मामले में संस्कृति विभाग के सहायक निदेशक राजेश अहिरवार की भूमिका भी संदिग्ध मानी जा रही है।
जानकारी के अनुसार, फरवरी 2025 में संस्कृति विभाग द्वारा भारत-नेपाल मैत्री महोत्सव 2024-25 का आयोजन बहराइच में किया गया था। इसी कार्यक्रम में शामिल एक गायिका ने शिकायत दी थी कि उसे 35,000 रुपये भुगतान का वादा किया गया था, लेकिन पहले सिर्फ 30,000 रुपये ट्रांसफर किए गए। बाद में, राजकीय कोषागार से उसके खाते में 2,41,000 रुपये ट्रांसफर किए गए।
गायिका के अनुसार, इवेंट मैनेजर नील विजय सिंह ने रकम निकालकर देने का दबाव बनाया, लेकिन जब उसने मना किया, तो 3 अप्रैल को नील अपने परिवार के साथ उसके घर पहुंचा और लॉरेंस बिश्नोई का नाम लेकर हत्या की धमकी दी।
गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में नील ने खुलासा किया कि वह सहायक निदेशक राजेश अहिरवार और कुछ अन्य अधिकारियों के इशारे पर कलाकारों के नाम पर फर्जी बिल तैयार करता था। कलाकारों के खातों में पैसा ट्रांसफर कराने के बाद उनसे वसूली की जाती थी।
एसटीएफ ने नील को लखनऊ के विभूति खंड इलाके से गिरफ्तार किया है। फिलहाल मामले की जांच जारी है और संस्कृति विभाग के अन्य अधिकारियों की भूमिका भी जांच के दायरे में है।