
हापुड़। 3 जून 2025, शब्दरंग समाचार:
ज्येष्ठ मास में मनाया जाने वाला गंगा दशहरा मेला, उत्तर भारत में एक पावन और भीड़-भाड़ वाला पर्व होता है। इस वर्ष भी गंगानगरी ब्रजघाट में लाखों श्रद्धालुओं के आगमन की संभावना है। इसे देखते हुए प्रशासन ने मेले की तैयारियों का सघन निरीक्षण किया।
ADG और DIG ने किया घाटों और पार्किंग का निरीक्षण
एडीजी मेरठ जोन भानु भास्कर और डीआईजी कलानिधि नैथानी ने मंगलवार को गंगा घाट, बैरिकेडिंग, गोताखोरों की तैनाती और पार्किंग एरिया का दौरा किया। उन्होंने स्पष्ट किया कि: “श्रद्धालुओं की सुरक्षा में कोई भी चूक हुई, तो जिम्मेदार अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई होगी।
स्नान घाटों पर सुरक्षा के विशेष इंतज़ाम
* 15 सुरक्षा प्वाइंट बनाए गए हैं
* एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पीएसी की टीमें रहेंगी तैनात
* 10 नावें लगातार गश्त पर रहेंगी
* निजी गोताखोर और नाविकों से संवाद किया गया
* डूबने से बचाव के सभी उपकरण जांचे गए
सीओ वरुण मिश्रा ने कहा कि हर स्नान बिंदु पर पुलिस व बचाव टीम मौजूद रहेगी।
पार्किंग की व्यवस्था: जाममुक्त मेला का लक्ष्य
बढ़ती भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने 11 पार्किंग स्पॉट तैयार किए हैं:
* 9 अस्थायी पार्किंग
* 2 स्थायी पार्किंग
* पलवाड़ा रोड और एनएच पर वाहनों की आवाजाही नियंत्रित
खराब वाहन हटाने के लिए क्रेन की व्यवस्था भी की जा रही है।
खोया-पाया और अन्य सेवाएं
* 2 खोया-पाया केंद्र बनाए गए हैं
* स्वास्थ्य विभाग की मोबाइल टीमें रहेंगी
* नगर पालिका और दमकल विभाग पूरी तरह अलर्ट
गंगा दशहरा: आस्था और व्यवस्था का संगम
गंगा दशहरा केवल आस्था का पर्व नहीं, बल्कि एक प्रशासनिक चुनौती भी होता है। हर साल लाखों श्रद्धालु गंगा स्नान के लिए ब्रजघाट पहुंचते हैं। ऐसे में सुरक्षा और सुविधा दोनों का समुचित प्रबंध आवश्यक है।