30 अप्रैल 2025, शब्दरंग समाचार:
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान संबंधों में भारी तनाव
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत के बाद भारत और पाकिस्तान के रिश्तों में एक बार फिर टकराव की स्थिति बनती दिख रही है। इस हमले के बाद भारत ने कड़ा रुख अपनाते हुए सिंधु जल संधि और वीजा प्रक्रियाएं निलंबित कीं। पाकिस्तान ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए शिमला समझौते को निलंबित कर दिया है।

भारत की संभावित कार्रवाई को लेकर पाकिस्तान सतर्क
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख़्वाजा आसिफ़ और सूचना मंत्री अताउल्लाह तरार ने बीते दिनों ऐसे बयान दिए हैं, जिनसे संकेत मिलता है कि पाकिस्तान को भारत की ओर से अगले 24 से 36 घंटों में सैन्य कार्रवाई की आशंका है। तरार ने सोशल मीडिया पर कहा कि “भारत पहलगाम हमले को आधार बनाकर हमला कर सकता है,” और यदि ऐसा होता है तो “निर्णायक जवाब” दिया जाएगा।
रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण समय
ख़्वाजा आसिफ़ ने अपने बयानों में कहा कि पाकिस्तान ने अपनी सेनाओं की तैनाती बढ़ा दी है और रणनीतिक फैसले लिए जा चुके हैं। हालांकि बाद में उन्होंने स्पष्ट किया कि उनके बयान का मतलब युद्ध की भविष्यवाणी नहीं, बल्कि सतर्कता की आवश्यकता है।
भारत की चुप्पी और संकेत
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमले के बाद कड़ा संदेश देते हुए कहा था कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। विश्लेषकों का मानना है कि सरकार जनता के दबाव में कोई कड़ा कदम उठा सकती है। 2016 की ‘सर्जिकल स्ट्राइक’ और 2019 के ‘बालाकोट एयरस्ट्राइक’ की तर्ज पर इस बार भी सीमापार कार्रवाई की संभावना जताई जा रही है।
