शब्दरंग समाचार: कितने लोग नहाए ? महाकुंभ में गिनती कैसे हो रही है ?
ये कहा जा रहा है कि महाकुंभ में 45 करोड़ लोग स्नान करेंगे । मकर संक्रांति के दिन ही 3.5 करोड़ लोगों ने स्नान किया था । ये सारे आंकड़े देखकर जिहादियों और कम्युनिस्टों के सीने में काफी जलन हो रही है । हाल ही में अपने एक कार्यक्रम में रवीश कुमार ने एक सवाल खड़ा किया है कि यूपी सरकार ने ये कह दिया कि 45 करोड़ लोग स्नान करेंगे तो किसी ने इस आंकड़े पर प्रश्न क्यों नहीं खड़ा किया । आखिर कैसे ये मान लिया जाए कि इतने लोग आ रहे हैं । क्या गिनती का कोई तरीका है । महाकुंभ के वैभव से चिढ़ रहे जिहादी और कम्यूनिस्ट लिबरल भी काफी जल रहे हैं और अपने आस पास मौजूद हिंदुओं से सवाल पूछ रहे हैं कि बताओ गिनती कैसे हो रही है । तो ऐसे सभी लोगों को और जलाने के लिए ये लेख जरूर भेजें । दरअसल कोई भी आराम से घर बैठे गिनती कर सकता है ।
मैं बताता हूं कैसे । देखिए 3 हजार स्पेशल ट्रेनें चल रही हैं और सब फुल हो चुकी हैं टिकट तो मिलना बड़ा ही मुश्किल हो रहा है । अब एक ट्रेन में 20 डिब्बे होते हैं और हर डिब्बे में औसतन 100 यात्री होते हैं अगर एक ट्रेन एक बार में 2000 लोगों को लेकर आ रही है तो इस हिसाब से 3000 ट्रेनों से हर दिन 60 लाख लोग कुंभ पहुंच रहे हैं । महाकुंभ की पार्किंग में 5 लाख गाड़ियों को रोके जाने की व्यवस्था है । अगर अगर मान लीजिए न्यूनतम एक गाड़ी में 4 लोग भी बैठें तो भी 20 लाख लोग हर रोज गाड़ियों से आ रहे हैं और ये सबको पता है कि पार्किंग भी फुल है 7000 स्पेशल बसें चल रही हैं अगर हर बस में कम से कम 60 लोग मानें तो भी 4 लाख से ज्यादा लोग हर दिन बस से आ रहे हैं और सबसे बड़ी बात कि ये स्पेशल बस और ट्रेनों की बात हो रही है सामान्य ट्रेनों और बसों से भी इतने ही लोग आ रहे हैं । यानी अगर स्पेशल ट्रेन बसें और गाड़ियां की पार्किंग को ही देख लें तो 60 लाख प्लस 20 लाख प्लस 4 लाख… यानी करीब 85 लाख तो यही हो गए । करीब एक करोड़ का हिसाब तो आप घर बैठे ही लगा सकते हैं ।
बाकी योगी आदित्यनाथ की सरकार ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी एआई की टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके कुंभ में आने वाले लोगों की गिनती की व्यवस्था कर ली है । ड्रोन से कैमरे की फोटो अत्याधुनिक तरीके से बता सकती है कि कितने लोग इतने किलोमीटर में मौजूद है । और दूसरी तरफ रात में थर्मल काउंटिंग होती है यानी ह्यूमन हीट को मापने वाली मशीन लगाकर भी थर्मल तरीके से काउंटिंग हो रही है । महाकुंभ में स्नान का क्षेत्र पूरे 20 किलोमीटर में फैला हुआ है करीब डेढ़ लाख तो टायलेट ही बनवाए गए हैं । इस बार पानी भी बहुत साफ है । बहुत अच्छी व्यवस्था है पूरी दुनिया इतना बड़ा मेला देखकर दांतों तले अंगुली दबा रही है लेकिन हमारे देश में रवीश कुमार जैसे लोग हिंदू धर्म और कुंभ के खिलाफ नकारात्मक बातें फैलाने में लगे हुए हैं ऐसे लोगों को जवाब दीजिए और ये लेख वायरल करवाइए ।