प्रयागराज महाकुंभ 2025: भव्य आयोजन की तैयारियां जोरों पर

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प्रयागराज संवाददाता : उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 13 जनवरी से 26 फरवरी तक महाकुंभ 2025 का आयोजन होने जा रहा है। इसे ऐतिहासिक और भव्य रूप देने के लिए केंद्र और राज्य सरकार मिलकर व्यापक तैयारियां कर रही हैं। इस आयोजन में सभी राज्यों के मुख्यमंत्री और राज्यपालों को आमंत्रित करने की योजना बनाई गई है।—

गैर-बीजेपी शासित राज्यों के सीएम को भी निमंत्रण

उत्तर प्रदेश सरकार ने महाकुंभ के आयोजन में राष्ट्रीय एकता और समरसता को प्रदर्शित करने के लिए गैर-बीजेपी शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों को भी आमंत्रित करने का निर्णय लिया है। मंत्रियों की टीम को राज्यों के मुख्यमंत्री और राज्यपालों को आमंत्रण देने के लिए विभिन्न राज्यों में भेजा जा रहा है।

मुख्यमंत्रियों को भेजा जाएगा निमंत्रण:

  • तमिलनाडु: एमके स्टालिन
  • केरल: पिनाराई विजयन
  • पश्चिम बंगाल: ममता बनर्जी
  • कर्नाटक: सिद्धारमैया
  • तेलंगाना: रेवंत रेड्डी
  • दिल्ली: आतिशी
  • पंजाब: भगवंत मान
  • जम्मू-कश्मीर: उमर अब्दुल्ला

राज्य मंत्री करेंगे विभिन्न राज्यों का दौरा

सरकार ने महाकुंभ के लिए आमंत्रण प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करने के लिए मंत्रियों को विभिन्न राज्यों का दौरा करने की जिम्मेदारी सौंपी है:

तेलंगाना और आंध्र प्रदेश: केशव प्रसाद मौर्य, सिद्धार्थ नाथ सिंह

  • महाराष्ट्र और राजस्थान: असीम अरुण
  • मध्य प्रदेश और गुजरात: स्वतंत्र देव सिंह, एक शर्मा
  • पश्चिम बंगाल और बिहार: राकेश सचान, दया शंकर सिंह
  • हरियाणा और पंजाब: सूर्य प्रताप शाही, बलदेव औलख
  • दिल्ली और कर्नाटक: सुरेश खन्ना
  • उत्तराखंड: बेबी रानी मौर्य

महाकुंभ 2025 के लिए वित्तीय प्रबंधन

महाकुंभ 2025 को दिव्य और भव्य बनाने के लिए केंद्र और राज्य सरकारों ने बड़ा बजट आवंटित किया है:

  • केंद्र सरकार: 2100 करोड़ रुपये (पहली किस्त 1050 करोड़ जारी)
  • उत्तर प्रदेश सरकार: 5435.68 करोड़ रुपये (421 परियोजनाओं के लिए)
  • राज्य सरकार ने अब तक 3461.99 करोड़ रुपये की वित्तीय स्वीकृति जारी कर दी है।

यह राशि महाकुंभ की संरचनाओं, व्यवस्थाओं, और सौंदर्यीकरण पर खर्च की जा रही है।

महाकुंभ क्षेत्र बना नया जिला

महाकुंभ क्षेत्र को महाकुंभ मेला जनपद नामक एक नया जिला घोषित किया गया है। यह उत्तर प्रदेश का 76वां जिला होगा। इसका गठन विशेष रूप से महाकुंभ मेले के आयोजन को सुव्यवस्थित करने और प्रशासनिक प्रबंधन को आसान बनाने के लिए किया गया है।

प्रधानमंत्री करेंगे समीक्षा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 दिसंबर को महाकुंभ की तैयारियों की समीक्षा करेंगे। इससे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 7 दिसंबर को तैयारियों का निरीक्षण करेंगे। आयोजन से पहले, प्रयागराज में प्रमुख सड़कों का सौंदर्यीकरण, स्ट्रीट लाइटिंग, और बिजली केबल्स बिछाने का काम तेजी से किया जा रहा है।

महाकुंभ 2025:

एकता और संस्कृति का संगम महाकुंभ न केवल आध्यात्मिकता का केंद्र है, बल्कि यह भारत की सांस्कृतिक विविधता और एकता का प्रतीक भी है। इस भव्य आयोजन में देशभर के प्रमुख नेताओं और श्रद्धालुओं की उपस्थिति से इसका गौरव और बढ़ेगा।

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