मुजफ्फरपुर संवाददाता: बिहार के युवाओं को विदेश ले जाकर मानव तस्करी का शिकार बनाए जाने का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। नोएडा सेक्टर-9 में कंसल्टेंसी के नाम पर बड़ा नेटवर्क चलाने वाले मानव तस्करों ने युवाओं को विदेश में दो डॉलर में बेच दिया। एनआईए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है और छह राज्यों में संदिग्ध नेटवर्क की छानबीन कर रही है।
बाॅबी कटारिया और प्रह्लाद सिंह के नेटवर्क का भंडाफोड़
मानव तस्करी के इस गोरखधंधे में नोएडा में कंसल्टेंसी चलाने वाले बाॅबी कटारिया और गोपालगंज के प्रह्लाद सिंह मुख्य आरोपी हैं। उन्होंने कई युवकों को विदेश में नौकरी दिलाने का झांसा देकर उन्हें साइबर ठगी के नेटवर्क में फंसा दिया। ये युवक अमेरिका और कंबोडिया में फंस गए, जहां उन्हें पाकिस्तानी एजेंटों के हाथों बेच दिया गया।
विदेश से लौटे युवकों ने दिया बयान
अमेरिका और कंबोडिया से लौटे पीड़ित युवकों ने विस्तार से अपना बयान दर्ज कराया है। उन्होंने बाॅबी और प्रह्लाद के फोन नंबर और बैंक अकाउंट की जानकारी एनआईए को दी है। इन खुलासों के बाद एनआईए ने मुजफ्फरपुर के करजा थाना अंतर्गत मंसूरपुर चमरुआ गांव में आरोपी आबिद के घर पर छापा मारा और साक्ष्य जुटाए।
एनआईए की जांच जारी
एनआईए इस मामले को गंभीरता से लेते हुए बाबी कटारिया और प्रह्लाद सिंह के पूरे नेटवर्क की जांच कर रही है। छह राज्यों में फैले इस गिरोह के संपर्कों का पता लगाया जा रहा है। एजेंसी को उम्मीद है कि जल्द ही इस अंतरराष्ट्रीय मानव तस्करी रैकेट का पर्दाफाश किया जाएगा।
युवाओं को सतर्क रहने की सलाह
प्रशासन ने युवाओं को सतर्क करते हुए अपील की है कि किसी भी कंसल्टेंसी के झांसे में न आएं और विदेश में नौकरी दिलाने के वादों की सत्यता की जांच करें। ऐसे संदिग्ध मामलों की जानकारी तुरंत पुलिस या संबंधित एजेंसियों को दें।बिहार में बढ़ते मानव तस्करी के मामलों पर चिंताइस मामले ने बिहार में मानव तस्करी के बढ़ते खतरे को उजागर कर दिया है। प्रशासन और कानून प्रवर्तन एजेंसियों पर ऐसे रैकेट को जड़ से खत्म करने का दबाव बढ़ रहा है।