शब्दरंग समाचार : दिल्ली में बांग्लादेशी घुसपैठियों की पहचान और कार्रवाई के लिए अब दिल्ली पुलिस के साथ-साथ नगर निगम (MCD) भी सक्रिय हो गया है। उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना के आदेश पर एमसीडी ने विशेष अभियान छेड़ने की तैयारी शुरू कर दी है। इस अभियान का उद्देश्य घुसपैठियों की पहचान, उनके दस्तावेजों का सत्यापन, और सरकारी भूमि पर अवैध अतिक्रमण हटाना है।
मुख्य बिंदु:
1. शिक्षा और स्वास्थ्य विभाग की भूमिका:एमसीडी ने शिक्षा विभाग को निर्देश दिए हैं कि वे निगम स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के दस्तावेजों की गंभीरता से जांच करें। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि बांग्लादेशी घुसपैठियों के बच्चों का दाखिला निगम स्कूलों में न हो।
2. जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र की जांच:जन स्वास्थ्य विभाग को आदेश दिया गया है कि बांग्लादेशी घुसपैठियों द्वारा जारी किए गए संदिग्ध जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र की पहचान करें। यदि किसी प्रमाण पत्र में फर्जी दस्तावेज पाए जाते हैं, तो उन्हें रद्द किया जाएगा।
3. अवैध अतिक्रमण पर कार्रवाई:एमसीडी ने उन इलाकों में अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाने का निर्णय लिया है, जहां घुसपैठियों द्वारा सरकारी भूमि और सड़कों पर कब्जा किया गया है।
4. पुलिस और एफआरओ के साथ समन्वय:एमसीडी, दिल्ली पुलिस और विदेशी पंजीकरण कार्यालय (FRO) के साथ मिलकर उन व्यक्तियों की जानकारी साझा करेगा, जो बांग्लादेशी घुसपैठी के रूप में पहचाने गए हैं।
5. बैठक और निर्देश:12 दिसंबर को दिल्ली सरकार के गृह विभाग और एमसीडी के अधिकारियों के बीच बैठक हुई। बैठक में निर्देश दिए गए कि सभी जोनल उपायुक्त और क्षेत्रीय विभाग इस अभियान को प्राथमिकता के आधार पर चलाएं।
6. स्कूलों और रिकॉर्ड पर विशेष निगरानी:उन इलाकों के स्कूलों में विशेष सत्यापन अभियान चलाया जाएगा, जहां घुसपैठियों की उपस्थिति की संभावना है। दाखिले के समय जमा दस्तावेजों की भी जांच की जाएगी।
सख्त कार्रवाई के संकेत:एमसीडी ने स्पष्ट किया है कि यह अभियान प्राथमिकता के आधार पर चलाया जाएगा। जिन लोगों को संदिग्ध पाया जाएगा, उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई होगी।यह कदम दिल्ली में घुसपैठियों की समस्या से निपटने के लिए एक अहम प्रयास है। एमसीडी का यह अभियान न केवल सरकारी संसाधनों को सुरक्षित करेगा, बल्कि सामाजिक संतुलन बनाए रखने में भी मददगार होगा।