शब्द रंग समाचार। मुरादाबाद। पिछले महीने संभल में भड़की हिंसा की आग ने एक महिला का घर उजाड़ दिया है। एक मुस्लिम महिला है और इसका कसूर इतना भर था कि उसने हिंसा में हुए उपद्रव को गलत ठहराया था और पुलिसकर्मियों के प्रति संवेदना दिखाई थी। इस पर महिला के पति ने उसे सजा सुना डाली है और काफिर कहकर तीन तलाक दे दिया है। फिलहाल पीड़ित महिला पुलिस के पास अपनी फरियाद लेकर पहुंची है।मामला उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद का है। महिला ने पुलिस में शिकायत दी है और आरोप लगाया है कि उसके पति एजाजुल आबादीन ने काफिर कहते हुए तीन तलाक दिया है। महिला ने मुरादाबाद के एसएसपी के यहां शिकायत दी है और न्याय की गुहार लगाई है।
पीड़ित महिला ने बताई आपबीती
पीड़ित महिला निदा बताती हैं कि वो अपने पति के ऑफिस गई हुई थी, क्योंकि पहले से लड़ाई झगड़े के चलते पति काफी दिनों से अलग रह रहा था। जब वो इंतजार कर रही थी, तो फोन पर कुछ संभल की घटना के वीडियो देख रही थी, क्योंकि उसे किसी कार्यक्रम के लिए संभल जाना था। महिला ने बताया कि संभल के वीडियो देखने पर पति ने आपत्ति जताई थी। क्योंकि उनसे पुलिसकर्मियों के प्रति संवेदना दिखाई थी। हालांकि हिंसा में मरने वालों के प्रति भी महिला ने दुख जताया। पीड़िता ने कहा कि ऐसा कहने और संभल की घटना के वीडियो देखने पर पति ने उसे बुरा भला कहना शुरू कर दिया था।पीड़िता ने बताया कि पति ने उससे कहा कि तू काफिर, तू मुसलमान नहीं है, तू पुलिस का साथ दे रही है। इतना कहने के बाद पति ने मुझे अपने साथ रखने से इनकार कर दिया। साथ ही उन्होंने तीन तलाक दे दिया और घर छोड़ने के लिए कह दिया। महिला ने ये भी बताया कि हमारी शादी को 3 साल होने को हैं और मेरा एक 5 महीने का बेटा है। ये मेरी दूसरी शादी थी। पहले पति इस दुनिया में नहीं है और उनसे मेरे 3 बच्चे हैं।
लड़ाई में घर से चला गया था पति- महिला
उसके पहले मुस्लिम महिला ने बताया कि उसका पति कुछ दिन पहले लड़ाई झगड़ा करके चला गया था। वो उन्हें ढूंढ रही थी, क्योंकि बेटे की तबीयत खराब है और मेरे पास पैसे नहीं है। दूसरे लोगों के जरिए से भी पति को कहलवाया था कि बेटा ज्यादा बीमार है। पीड़िता ने कहा कि पति ने कोई परवाह नहीं की। जब मैं उनके ऑफिस गई थी। उसका इंतजार कर रही थी, तब वीडियो देखने को लेकर विवाद हुआ था।