युवा लेखिका संभावना पंत ने लिखी उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की बायोग्राफ़ी

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उत्तराखंड (Shabddrang Samachar): प्रभात प्रकाशन से प्रकाशित हुई है कृति ‘“पुष्कर सिंह धामी ; पहाड़ों की जीवंत ऊष्मा “

यह पुस्तक उत्तराखंड के सबसे युवा और लोकप्रिय मुख्यमंत्री आदरणीय पुष्कर सिंह धामी जी पर केन्द्रित है।

पुस्तक का संक्षिप्त परिचय

      एक समर्पित, दूरदर्शी व जनोपयोगी नीतियों के पैरोकार, ऊर्जावान लोकसेवक पुष्कर सिंह धामी की प्रेरक जीवन-गाथा।

लखनऊ विश्वविद्यालय में अध्ययन के वो अविस्मरणीय क्षण, शिक्षकों का मार्गदर्शन, सहपाठियों के संस्मरण, शैक्षिक कार्यशालाएं, आदि जिनकी बदौलत एक सामान्य बालक आज मुख्य सेवक के रुप में अपनी भूमिका का निर्वहन कर सभी को गौरवान्वित कर रहा है, इस पुस्तक के साक्षी हैं।

    हिमाच्छादित हिमालय में हड्डियाँ कँपकँपाती शीत शिवालिक में बसे देवभूमि उत्तराखंड में ऊष्मा का प्रसार करने वाले हिमालय की जीवंत ऊष्मा पुष्कर सिंह धामी में जहाँ एक तरफ पुष्कर की भाँति ठहराव, शांति, निर्मलता और स्वच्छता है तो वहीं सिंह की भाँति साहस, दृढ़ता, लगनशीलता और जागरूकता का भी समावेश है।

  पर्वतीय ग्रामीण अंचल के एक साधारण से कुल में जन्म लेकर राजनीतिक परिदृश्य की विसंगतियों को दूर करने के अथक प्रयासों के साथ प्रदेश के शीर्ष पद पर पहुँचना पुष्कर सिंह धामी की असाधारण प्रतिभा को प्रतिबिंबित करता है। उनकी नेतृत्व क्षमता की असीमता, कार्य-कुशलता की प्रवीणता व व्यक्तित्व की धीरता के गुण उन्हें लीक से हटकर विलक्षण राजनेता बनाते हैं।

        यह पुस्तक धामीजी के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ उच्चारित करते हुए उत्तराखंड की पृष्ठभूमि में अंतर्निहित ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक परिदृश्यों को उद्घाटित करती हुई आगे बढ़ती है। यह उनके राजनीतिक सफर को व्याख्यायित करती है, मानव जीवन के तमाम पहलुओं पर प्रकाश डालती है। मुख्यमंत्री धामी के दृष्टिकोण, विचारधारा, आदर्श, कार्यशैली आदि का दिग्दर्शन करवाती है।

लेखिका का संक्षिप्त परिचय

      माननीय मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी के अब तक के जीवन व अनुभवों को शब्दों में पिरोकर पाठकों के समक्ष प्रस्तुत करने का प्रयास किया है देवभूमि उत्तराखंड की ही बेटी संभावना पंत ने, जो वर्तमान में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में निवासरत हैं। पिता के सैन्य पृष्ठभूमि से जुड़े होने और माता के समाजसेवी विचारों से प्रभावित होकर, वह राष्ट्रवादी विचारधारा और सामाजिक उत्थान हेतु अनेक विषयों पर लेखन कार्य कर रही है। उसे गद्य लेखन के साथ ही काव्य लेखन और समाजसेवा में भी विशेष रुचि है, जिसका निर्वहन वह हर सम्भव विभिन्न माध्यमों से करने हेतु प्रतिबद्ध है। अपनी सामान्य, सरल व संस्कारों से युक्त जीवनशैली के कारण सम्भावना पन्त अनेक लोगों की प्रिय हैं
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