
लखनऊ। 31 मई 2025, शब्दरंग समाचार:
उत्तर प्रदेश सरकार ने वर्ष 1991 बैच के आईपीएस अधिकारी राजीव कृष्णा को प्रदेश का नया पुलिस महानिदेशक (DGP) नियुक्त किया है।
वह 11 वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों को सुपरसीड करते हुए इस पद तक पहुंचे हैं।
क्यों मिली राजीव कृष्णा को तरजीह?
सिपाही भर्ती परीक्षा में सफलता
60,244 पदों की सिपाही भर्ती परीक्षा का पेपर लीक होने के बाद, सरकार ने राजीव कृष्णा को भर्ती बोर्ड का अध्यक्ष बनाया।
उन्होंने नई परीक्षा को सफलतापूर्वक और पारदर्शी तरीके से संपन्न कराया, जिससे उनकी कार्यक्षमता साबित हुई।
कई जिलों में शानदार सेवाएं
* लखनऊ, आगरा, नोएडा, इटावा और मथुरा में रह चुके हैं पुलिस कप्तान।
* इटावा में दस्यु गिरोहों का सफाया किया।
* लखनऊ के एडीजी जोन, BSF में IG ऑपरेशंस, और ATS गठन में भूमिका निभा चुके हैं।
राष्ट्रपति गैलेंट्री अवॉर्ड विजेता
राजीव कृष्णा को दो बार राष्ट्रपति गैलेंट्री अवॉर्ड मिल चुका है।
उनकी इंजीनियरिंग की पढ़ाई इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन से हुई है।
किन वरिष्ठ अधिकारियों को किया गया सुपरसीड?
राजीव कृष्णा ने निम्नलिखित 11 वरिष्ठ आईपीएस अफसरों को सुपरसीड किया:
1989 बैच : शफी अहसान रिजवी, आशीष गुप्ता, आदित्य मिश्रा
1990 बैच : संदीप सालुंके, दलजीत सिंह चौधरी, रेणुका मिश्रा, बिजय कुमार मौर्य, एम.के. बशाल, तिलोत्तमा वर्मा
991 बैच : आलोक शर्मा, पीयूष आनंद
प्रशांत कुमार को नहीं मिला सेवा विस्तार
पूर्व डीजीपी प्रशांत कुमार 31 मई को रिटायर हो गए।
दिनभर उनके सेवा विस्तार की अटकलें लगती रहीं, लेकिन सरकार ने रात 8 बजे राजीव कृष्णा की नियुक्ति का एलान कर दिया।
पारिवारिक पृष्ठभूमि
* मूल निवासी: गौतमबुद्धनगर (नोएडा)
* पत्नी: मीनाक्षी सिंह, वरिष्ठ आईआरएस अधिकारी, लखनऊ आयकर विभाग में तैनात
मुख्यमंत्री से मुलाकात और बधाई
नियुक्ति के बाद, राजीव कृष्णा, प्रशांत कुमार और प्रमुख सचिव गृह संजय प्रसाद ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की और उन्हें पुलिस विभाग की कॉफी टेबल बुक भेंट की।