
रिपोर्ट: कात्यायनी सिंह/ शब्दरंग
कला और साहित्य की दुनिया में एक नया अध्याय जुड़ा, जब शब्दरंग चैनल पर आयोजित हुआ “राज्य कर्मचारी कवि सम्मेलन”।
इस कार्यक्रम में विभिन्न विभागों से जुड़े राज्य कर्मचारियों ने हिस्सा लिया और मंच पर अपनी कविताओं के ज़रिए जीवन के अनुभव, सामाजिक सरोकार और भावनात्मक पहलुओं को बेहद प्रभावशाली अंदाज़ में प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम का उद्देश्य था यह दिखाना कि कर्मचारी केवल दफ्तर तक सीमित नहीं हैं, उनकी आत्मा भी रचनात्मकता से भरी है।
इस अनूठे आयोजन ने साहित्य के क्षितिज को नया विस्तार दिया है और यह संदेश दिया है कि हर पेशे के पीछे एक कलाकार छिपा होता है, बस ज़रूरत होती है मंच की।
यह कवि सम्मेलन अब शब्दरंग चैनल पर उपलब्ध है, जहां दर्शक इन भावनाओं की गहराई को महसूस कर सकते हैं।