
ढाका, 20 अप्रैल 2025 , शब्दरंग समाचार:
बांग्लादेश की सियासत में बड़ा भूचाल आने के संकेत मिल रहे हैं। देश की पूर्व प्रधानमंत्री और अवामी लीग की प्रमुख शेख हसीना के खिलाफ कानूनी शिकंजा कसता जा रहा है। बांग्लादेश पुलिस ने इंटरपोल से शेख हसीना सहित 12 लोगों के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने का अनुरोध किया है।
क्या है मामला?
बांग्लादेश पुलिस के अनुसार, शेख हसीना और उनकी पार्टी के नेताओं पर आरोप है कि उन्होंने देश में गृह युद्ध भड़काने की साजिश रची थी ताकि Nobel पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस की अंतरिम सरकार को हटाया जा सके। इस मामले में 72 अन्य लोगों को भी आरोपी बनाया गया है।
रेड कॉर्नर नोटिस का मतलब क्या होता है?
रेड कॉर्नर नोटिस इंटरपोल द्वारा जारी किया जाने वाला एक प्रकार का अंतरराष्ट्रीय गिरफ्तारी वारंट होता है। इसके जरिए संबंधित व्यक्ति की लोकेशन का पता लगाया जाता है और उसकी अस्थायी गिरफ्तारी कर प्रत्यर्पण की प्रक्रिया शुरू की जाती है। यदि इंटरपोल शेख हसीना के खिलाफ नोटिस जारी करता है, तो उनकी गिरफ्तारी का खतरा बढ़ सकता है, खासकर यदि वे देश से बाहर हों।
राजनीतिक निहितार्थ
इस कदम को बांग्लादेश की मौजूदा सरकार की एक ‘बड़ी चाल’ के रूप में देखा जा रहा है, जिससे शेख हसीना की राजनीतिक वापसी की संभावनाओं को झटका लग सकता है। विश्लेषकों का मानना है कि यह कार्रवाई केवल कानूनी नहीं, बल्कि सियासी रूप से भी दूरगामी असर डाल सकती है।
क्या आगे होगा?
अब निगाहें इंटरपोल की प्रतिक्रिया और अंतरराष्ट्रीय समुदाय की प्रतिक्रिया पर टिकी हैं। अगर नोटिस जारी होता है, तो शेख हसीना की अंतरराष्ट्रीय यात्राएं और राजनीतिक गतिविधियां गंभीर रूप से प्रभावित हो सकती हैं।