प्रयागराज। शब्दरंग समाचार। एनसीजेडसीसी द्वारा आयोजित राष्ट्रीय शिल्प मेले की सांस्कृतिक संध्या में बुधवार को सुपरिचित भजन गायिका रंजना त्रिपाठी ने गणेश वंदना “पहले मैं तुमको मनाऊं गौरी के लाला, सुना कर समा बांधा। फ़िर कोयल बीन बगियां ना सोने राजा” तथा “विनय करु हाथ जोड़के कलेवा” को पेश करते हुए तालियां बटोरी। प्रयागराज के एएस. शुक्ला ने जादू दिखाकर दर्शकों का खूब मनरंजन किया। पंजाब से आए अमरेंद्र सिंह एवं साथी कलाकारों ने पारंपरिक पोशाक, ढोल की थाप और लोकगीतों की धुन पर भांगड़ा नृत्य प्रस्तुत किया। आशा देवी एवं दल द्वारा झूमर नृत्य की प्रस्तुति और पांचाली व साथी कलाकारों ने त्रिपुरा का होजागिरी नृत्य प्रस्तुत कर तालियां बटोरी। बिहार से आए गोपाल सिंह भरद्वाज ने “किसको दिल दिया जाए सोचना ज़रूरी है”, “सॉसों की माला पे सिमरू मैं पी का नाम…” जैसे गीतों से आन्नदित किया। वही मथुरा से आए नरेन्द्र शर्मा एवं दल द्वारा ब्रज के लोकनृत्य की प्रस्तुति पर दर्शक मंत्रमुग्ध हुए। कोलकाता से आए हरेकृष्ण एवं दल ने ढोल, खंजीरा के साथ खोल वादन की प्रस्तुति दी। संचालन प्रियांशु श्रीवास्तव ने किया।
बॉर्डर 2 निर्माता निधि दत्ता बनीं मां, बेटी ‘सितारा’ का जन्म और संघर्ष की झलक
एंटरटेनमेंट डेस्क । 17 जुलाई 2025, शब्दरंग समाचार : निधि दत्ता, मशहूर निर्देशक जे.पी. दत्ता और अभिनेत्री बिंदिया गोस्वामी की बेटी हैं। जे.पी. दत्ता की 1997 की फिल्म ‘बॉर्डर’ भारतीय…