आदिवासी महिला को सुप्रीम कोर्ट ने दिया पैतृक संपत्ति में हिस्सा, रीति-रिवाजों को नकारा

नई दिल्ली । 17 जुलाई 2025, शब्दरंग समाचार : भारतीय संविधान में समानता, न्याय और भेदभाव रहित समाज की कल्पना की गई है, लेकिन सामाजिक रीति-रिवाज और पारंपरिक मान्यताएं अक्सर…