
शब्दरंग समाचार: तिरुपति बालाजी मंदिर के प्रसिद्ध लड्डू प्रसादम में मिलावट के मामले में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) के नेतृत्व में गठित विशेष जांच दल (SIT) ने चार व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों में भोले बाबा डेयरी के पूर्व निदेशक विपिन जैन और पोमिल जैन, वैष्णवी डेयरी के अपूर्व चावड़ा, और एआर डेयरी के राजू राजशेखरन शामिल हैं।
घी आपूर्ति में अनियमितताएं
जांच में सामने आया है कि घी आपूर्ति के प्रत्येक चरण में गड़बड़ियां हुई हैं। वैष्णवी डेयरी ने एआर डेयरी के नाम से टेंडर हासिल किया और इसके लिए फर्जी दस्तावेजों का उपयोग किया। इसके अलावा, भोले बाबा डेयरी की उत्पादन क्षमता मंदिर की मांग को पूरा करने में सक्षम नहीं थी, इसके बावजूद उसके नाम का उपयोग किया गया।
मिलावट के आरोप
सितंबर 2023 में, आंध्र प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने आरोप लगाया था कि पिछली सरकार के कार्यकाल में तिरुपति लड्डू में मिलावटी घी और पशु चर्बी का उपयोग किया गया था। इस आरोप के बाद, तेलुगु देशम पार्टी (TDP) ने एक लैब रिपोर्ट भी जारी की, जिसमें कथित तौर पर मिलावट की पुष्टि की गई थी।
सुप्रीम कोर्ट का हस्तक्षेप
सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर, CBI के नेतृत्व में SIT का गठन किया गया, जिसमें आंध्र प्रदेश पुलिस और भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) के अधिकारी शामिल हैं। यह टीम तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (TTD) की घी खरीद प्रक्रिया और गुणवत्ता परीक्षण के रिकॉर्ड की समीक्षा कर रही है। इन गिरफ्तारियों के बाद, उम्मीद की जा रही है कि मामले में और भी महत्वपूर्ण खुलासे होंगे, जिससे श्रद्धालुओं की आस्था को ठेस पहुंचाने वाले दोषियों को न्याय के कटघरे में लाया जा सकता है