मनोरंजन डेस्क, 17 अप्रैल 2025, शब्दरंग समाचार:
साउथ की चर्चित एक्ट्रेस विंसी अलोशियस ने बीते दिनों अपने एक वीडियो के ज़रिए फिल्मी दुनिया का एक काला और तकलीफ़देह सच उजागर किया, जिसने न सिर्फ़ फैंस को झकझोर दिया बल्कि इंडस्ट्री में भी हलचल मचा दी। विंसी ने आरोप लगाया कि उनके एक को-स्टार ने ड्रग्स के नशे में उनके साथ छेड़छाड़ की थी।
अब इस मामले में एक बड़ा मोड़ आया है। विंसी ने न केवल सोशल मीडिया पर अपनी आपबीती साझा की, बल्कि आईसीसी (इंटरनल कंप्लेंट कमेटी) और एसोसिएशन ऑफ मलयालम मूवी आर्टिस्ट में औपचारिक शिकायत भी दर्ज करवा दी है। यह कदम फिल्म इंडस्ट्री में पीड़ितों के लिए न्याय की दिशा में एक मजबूत संकेत माना जा रहा है।
क्या कहा विंसी ने अपने वीडियो में?
विंसी ने 14 अप्रैल को अपने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो साझा करते हुए बताया,
“मैं एक फिल्म की शूटिंग कर रही थी। उस फिल्म के लीड एक्टर ने मेरे साथ ड्रग्स के नशे में छेड़छाड़ की। जब मेरी ड्रेस में कुछ दिक्कत आई, तो उन्होंने सबके सामने कहा कि मैं तुम्हें कपड़े पहनने में मदद कर सकता हूं। यह बेहद असहज और अपमानजनक था।”
वह बताती हैं कि शूटिंग के दौरान जब एक सीन की रिहर्सल चल रही थी, तब को-स्टार के मुंह से कुछ सफेद पदार्थ गिरा, जो ड्रग जैसा लग रहा था। डायरेक्टर ने भी इस बात पर चिंता जताई थी।
अब होगी कार्रवाई?
विंसी ने शिकायत दर्ज कराने के साथ-साथ यह भी जताया है कि उन्हें अब इंडस्ट्री से समर्थन मिल रहा है। सोशल मीडिया पर उनके साहस की प्रशंसा हो रही है और फिल्म यूनियन्स भी अब मामले को गंभीरता से ले रही हैं। अब यह देखना होगा कि इस शिकायत पर आगे कानूनी या संस्थागत स्तर पर क्या कार्रवाई होती है।
कास्टिंग काउच और साउथ इंडस्ट्री
यह मामला उस लंबे सिलसिले की एक और कड़ी है, जिसमें कास्टिंग काउच और महिला कलाकारों के शोषण की कहानियां सामने आती रही हैं। हाल ही में अंकिता लोखंडे ने भी एक इंटरव्यू में दावा किया था कि उन्हें साउथ के एक फिल्ममेकर ने रोल के बदले फिज़िकल फेवर मांगा था।
क्या कहता है यह सब?
यह घटना एक बार फिर साबित करती है कि ग्लैमर की चमक के पीछे एक अंधेरा सच छुपा होता है। लेकिन विंसी जैसी हिम्मती आवाज़ें धीरे-धीरे उस अंधेरे को उजाले में लाने लगी हैं।
अब निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि इंडस्ट्री और कानून इस शिकायत पर क्या रुख अपनाते हैं और क्या सच में बदलाव की कोई उम्मीद जगेगी।
चाहें ये शुरुआत हो एक बदलाव की—या सिर्फ़ एक और नाम, जो आवाज़ उठाने के बाद अकेला छोड़ दिया जाए