शब्दरंग समाचार: क्या आपने कभी इस विषय पर चिंतन किया है, राम भक्तो की लगभग 500 वर्षों की तपस्या, संघर्ष, त्याग, बलिदान और धैर्य के बाद भव्य राम मंदिर का निर्माण मोदी/योगी के शासन में ही क्यों हो पाया है?
इससे पहले ईसा से भी 100 वर्ष पूर्व सम्राट विक्रमादित्य ने अयोध्या में राम जन्मभूमि पर भव्य राम मंदिर का निर्माण करवाया था। पीढ़ियां बदली शासन बदले आक्रांताओं ने मंदिर तोड़ा अयोध्या के सौंदर्य को उजाड़ दिया। राजतंत्र के बाद लोकतंत्र आया और लोकतंत्र में 72 वर्ष बाद मोदी/योगी के शासन में ही पुनः भव्य राम मंदिर का निर्माण हो पाया है, अयोध्या का खोया सौंदर्य पुनः स्थापित हो पाया है।
शायद इसी को विधि का विधान कहते है। इसीलिए मै अक्सर कहती हूं,इन दिव्य व्यक्तियों पर कभी संदेह मत कीजिए। हम सौभाग्यशाली है, जो इस स्वर्णिम वर्तमान के साक्षी है। हमारी आंखो के सामने पुनः राम राज्य की स्थापना हुई है और आज जो हिन्दुत्व को जानने पूरी दुनिया प्रयागराज आ रही है वो इन्ही की देन है।