
02 जुलाई 2025, शब्दरंग समाचार :
जम्मू-कश्मीर में 3 जुलाई से शुरू होने वाली अमरनाथ यात्रा के लिए 80,000 से अधिक सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है। सुरक्षा व्यवस्था को अफगानिस्तान में यूएस/नाटो सेनाओं की काफिला सुरक्षा प्रणाली की तर्ज पर डिजाइन किया गया है।
अफगानिस्तान जैसी सुरक्षा: काफिलों की मूवमेंट के दौरान आम ट्रैफिक बंद
जिस तरह अफगानिस्तान में सैनिक काफिलों को विशेष सुरक्षा घेरे में ले जाया जाता था, उसी तरह अमरनाथ यात्रा के दौरान यात्रियों के काफिलों की सुरक्षा के लिए रूट को पूरी तरह सील कर दिया जाएगा।
- अप्रोच रूट्स होंगे बंद
- काफिले गुजरने के बाद ही आम यातायात को इजाज़त
- संदिग्ध इलाकों में वन-वे ट्रैफिक
सीआरपीएफ, बीएसएफ, आईटीबीपी और सेना का ज्वाइंट एक्शन
अमरनाथ यात्रा के दोनों रूट – पहलगाम और बालटाल – पर अभेद्य सुरक्षा घेरा तैयार किया गया है।
- सीआरपीएफ की 220 कंपनियां
- बीएसएफ की 143 कंपनियां
- एसएसबी की 97 कंपनियां
- आईटीबीपी की 62 कंपनियां
- सीआईएसएफ की 60 कंपनियां
- राष्ट्रीय राइफल्स (RR) भी तैनात
खुफिया एजेंसियों की पैनी नजर और ड्रोन डिटेक्शन सिस्टम
आईबी के मल्टी एजेंसी सेंटर (MAC) के साथ सभी सुरक्षा एजेंसियों का रीयल टाइम तालमेल सुनिश्चित किया गया है।
- सीमापार से ड्रोन द्वारा बम गिराने की संभावनाएं
- चिपकने वाले बम (Sticky Bombs) से सुरक्षा
- फिदायीन अटैक और IED डिटेक्शन टीमों की तैनाती
- हैंड ग्रेनेड और मिसाइल अटैक से निपटने के विशेष इंतजाम
डॉग स्क्वाड, मार्क्समैन और हैंडहेल्ड सीसीटीवी
यात्रा रूट पर तकनीकी और मानवीय निगरानी को मजबूत किया गया है:
- डॉग स्क्वाड और बुलेटप्रूफ स्नाइपर्स
- हैंडहेल्ड CCTV कैमरे
- लंबी दूरी तक नज़र रखने वाली दूरबीनें
- ड्रोन से निगरानी और कंट्रोल
टनल, ओवरहेड ब्रिज और स्कैनिंग सिस्टम से सुरक्षा
यात्रियों के लिए कैंपों तक सुरक्षित पहुंच सुनिश्चित करने हेतु:
- विशेष टनल और ओवरहेड ब्रिज
- सभी वाहनों की स्कैनिंग अनिवार्य
- संदिग्ध वस्तुओं की पहचान के लिए हाई-टेक डिवाइस
- IED और विस्फोटक पहचान के लिए खोजी कुत्तों का प्रयोग
पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठनों पर विशेष नजर
सूत्रों के अनुसार, जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठनों जैसे TRF और PAFF की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है।
- ओवर ग्राउंड वर्कर्स (OGWs) की पहचान और निगरानी
- यात्रा मार्ग पर आतंकी घुसपैठ रोकने के लिए निगरानी टीम सक्रिय
गृह मंत्रालय का स्पष्ट निर्देश: “यात्रियों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता”
गृह मंत्री अमित शाह ने सुरक्षा एजेंसियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि किसी भी हालत में यात्रा पर आतंकी हमला न होने पाए।
- लैंडस्लाइड, बम धमाकों और टारगेट किलिंग से बचाव
- यात्रियों को कैंपों तक सुरक्षित पहुंचाने के लिए विशेष ट्रैफिक व्यवस्था